पंजाब विधानसभा चुनाव में हार के बाद से कांग्रेस की जमीन खिसकती दिख रही है। सिद्धू समेत उसके कई नेता इन दिनों जेल में हैं। वहीं मूसेवाला की हत्या के बाद जिस तरह से बीजेपी, कांग्रेस नेता होने के बावजूद उनके परिवार के साथ खड़ी दिखी है, उससे बीजेपी की जमीन मजबूत होती नजर आ रही है।
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि आप से बचने के लिए नेता बीजेपी की तरफ भाग रहे हैं। उन्होंने कहा- “जो लोग कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए हैं, वे सुरक्षा के कारण भाजपा में चले गए हैं। उन्होंने देखा कि कैसे तजिंदर पाल सिंह बग्गा को मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सुरक्षा दी थी। बग्गा को पंजाब पुलिस की टीम से छुड़ाकर करनाल से वापस दिल्ली ले जाया गया, जहां हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस की टीम को बंधक बना लिया था। भाजपा में शामिल होने वाले पार्टी के नेता ऐसी सुरक्षा चाहते हैं”।
आगे उन्होंने अपने नेताओं साधु सिंह धर्मसोत की गिरफ्तारी और संगत सिंह गिलजियां पर भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज होने के सवाल है पर कहा कि भगवंत मान सरकार इस तरह के कदमों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर आप कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं और कार्यकर्ताओं में भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही है।
बातचीत में बाजवा आगे दावा करते हैं भगवंत मान सिर्फ दिखावे के लिए मुख्यमंत्री हैं, असली मुख्यमंत्री तो कोई और है। उन्होंने कहा- “भगवंत मान प्रॉक्सी मुख्यमंत्री हैं। वह दिल्ली मॉडल का अनुसरण कर रहे हैं, जहां 2015 में खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया था, बाद में उन्हें दूसरे पद पर पदोन्नत किया गया था। यह उनका सिग्नेचर स्टाइल है।”
वहीं संगरूर लोकसभा उपचुनाव की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां लड़ाई कांग्रेस और आप के बीच है। बीजेपी के उम्मीदवार जमानत भी नहीं बचा पाएंगे।