कांग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार (17 सितंबर, 2018) को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से पाकिस्तान के साथ करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने के लिए बातचीत शुरू करने में मदद करने के लिए आग्रह किया। मगर केंद्रीय मंत्री और अकाली लीडर हरसिमरत कौर बादल का दावा है कि विदेश मंत्री ने इसके लिए उन्हें खूब फटकाई लगाई। इसके अलावा विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाने के लिए उन्हें दी गई राजनीतिक मंजूरी का ‘दुरुपयोग’ करने का भी आरोप लगाया। विदेश मंत्री (स्वराज) ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर के संवाद को गड़बड़ाने और भारतीय सैनिकों की हत्या के दोषी जनरल बाजवा को गले लगाने को लेकर भी सिद्धू को झिड़का।
मामले में विदेश मंत्रालय ने अभी कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि करतारपुर मुद्दे पर विदेश मंत्री और नवजोत सिद्धू के बीच चर्चा हुई। हालांकि इस मामले में भारत अभी पाकिस्तान की तरफ से आधिकारिक प्रस्ताव मिलने का इंतजार कर रहा है। वहीं जब पूछा गया कि क्या विदेश मंत्री ने सिद्धू के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, इसपर सूत्र ने बताया कि यह कुछ हद तक सही बात है। इसके अलावा बताया कि स्वराज ने सिद्धू से कहा कि उन्हें करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, जो काफी संवेदनशील है। स्वराज ने यहा भी कहा कि सिद्धू से पहले इस मुद्दे को हरसिमरत कौर बादल उनके संज्ञान में ला चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिद्धू ने कांग्रेस के एक सीनियर नेता सहित एक राज्यसभा सांसद संग विदेश मंत्री से मुलाकात की थी।
बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर मुद्दे पर नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले दिनों ‘सकारात्मक कदम’ उठाने की मांग करते हुए केंद्र को पत्र लिखा है। सिद्धू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लिख अपने पत्र में कहा है, “यह समय भारत को एक बेहद भावनात्मक मुद्दे पर सकारात्मक कदम लेने का है। जब अवसर दस्तक दे रहा है तो कृपया कदम उठाएं और दरवाजे को खोलें। इस कॉरिडोर का खुलना दुनिया भर के सिख समुदाय के लिए एक बड़ी बात होगी। हालांकि, दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध दशकों से खराब हैं, लेकिन फिर कॉरिडोर को खोलने से दोनों देशों में शांति व समृद्धि आ सकती है।”
पत्र में आगे लिखा गया, “अब एक अवसर ने हमारे दरवाजे पर दस्तक दी है। पाकिस्तान ने लंबे समय से लंबित कॉरिडोर की मांग की दिशा में एक सकारात्मक संकेत दिया है। कुछ सकारात्मकता मेरे इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के दौरान आई। अब उनके सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कॉरिडोर खोला जाएगा और यहां तक कि करतारपुर साहिब गुरद्वारा की यात्रा के लिए वीजा की भी जरूरत नहीं होगी। इसे गुरु नानक देव की 550वीं जयंती समारोह के हिस्से के तौर पर किया जा रहा। यह भारत के लिए एक बेहद भावनात्मक मुद्दे पर सकारात्मक कदम लेने का समय है।” (एजेंसी इनपुट सहित)
