कांग्रेस को पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद से पार्टी में बवाल मचा हुआ है। श्री आनंदपुर साहिब से सांसद और वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने शेर सुनाकर आलाकमान के सामने कई सावल उठाए और कहा है कि केंद्र व राज्य नेतृत्व को इनपर विचार करने की जरूरत है।

मनीष तिवारी ने सतलुज सदन में कांग्रेस की हार पर शेर पढ़ते हुए कहा, ” हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था, मेरी कश्ती वहां डूबी, जहां पानी कम था।” उन्होंने छह सवाल किए हैं और टिकट वितरण से कई चीजों पर सवाल खड़ा किए हैं।

-मनीष तिवारी ने नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा है और उन्हें राज्य में पार्टी का प्रमुख बनाने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि क्या 2017 में बाहर से आए सिद्धू को पंजाब में प्रमुख बनाना सही था? हालांकि, चुनाव के बाद सिद्धू इस पद से इस्तीफा दे चुके हैं।

-राज्य में कांग्रेस की हार के बाद से ही मल्लिकार्जुन खड़गे कमेटी नेताओं के निशाने पर रही है। मनीष तिवारी ने भी इसे लेकर सवाल किया है। उन्होंने पूछा है कि क्या मल्लिकार्जुन खड़गे कमेटी बनाना सही था? कमेटी बनने के बाद कैप्टन के खिलाफ बगावत की शुरुआत हुई। इसे विधायकों की बात सुनने के लिए बनाया गया था।

-नवजोत सिंह सिद्धू के साथ रार के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही उन्होंने पार्टी भी छोड़ दी थी। इसे लेकर भी मनीष तिवारी ने सवाल किया है। उन्होंने आलाकमान से पूछा है कि क्या अमरिंदर को सीएम पद से हटाने का फैसला सही था?

-मनीष तिवारी ने हरीश रावत को लेकर भी सवाल किया है। उन्होंने कहा है कि पंजाब में कांग्रेस को हरीश रावत के कारण काफी नुकसान हुआ, उनकी क्या जिम्मेदारी तय की गई?

-सुनील जाखड़ ने चुनाव के दौरान जैसे बयान दिए। सिख और हिंदुओं में फर्क करने की कोशिश हुई, उनकी क्या जिम्मेदारी बनती है?

-टिकट बांटने पर सवाल करते हुए मनीष तिवारी ने कहाकि हरीश चौधरी ने गतल टिकटें बांटी, उसकी क्या जिम्मेदारी है?

पंजाब में खराब प्रदर्शन- कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में कांग्रेस मे साल 2017 में शानदार प्रदर्शन किया था। पार्टी 117 में 77 सीटें जीती थी। साल 2022 के चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन इतना खराब रहा कि पार्टी 17 सीटों पर सिमट गई। मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू समेत कई नेता चुनाव हार गए।