पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि पंजाब की जनता के लिए की गई मुफ्त योजनाओं के वादे पूरे करने के लिए कहां से पैसे आएंगे? इस पर केजरीवाल ने चन्नी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि उस भ्रष्टाचार को रोककर पैसा बचाएंगे।
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर सिद्धू को जवाब दिया, ”अखबार/TV वालों ने आपके मुख्यमंत्री के हल्के में रेता चोरी पकड़ी है। उनका कहना है सीएम के रेता माफिया से सम्बंध हैं। सीएम कोई ऐक्शन नहीं ले रहे हैं। बादल और कैप्टन साहब दोनों इस पर चुप हैं। आप भी चुप हैं। क्यों? सीएम से लेकर नीचे तक रेता चोरी हो रहा है। इसे रोकेंगे तो 20 हज़ार करोड़ रुपए आ जाएंगे।”
अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले भी पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा था। केजरीवाल ने कहा था कि अगर मुख्यमंत्री के अपने निर्वाचन क्षेत्र में अवैध खनन चल रहा है तो यह सोचना मुश्किल है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। केजरीवाल ने सीएम के इलाके में कथित अवैध रेत खनन की स्वतंत्र जांच और प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की थी।
नवजोत सिंह सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल से पूछा था कि पंजाब के लोग जानना चाहते हैं कि आप जो हर दिन मुफ्त में चीजें देने की घोषणा कर रहे हैं, उसके लिए पैसा कहां से लाएंगे? सिद्धू ने ट्वीट में अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए लिखा था, “अगर आप वादों के लिए बुनियादी आर्थिक आधार नहीं मुहैया करा सकते हैं तो लोगों को बेवकूफ बनाना बंद करिए। पंजाब के लोग आमदनी चाहते हैं ना कि भीख। पंजाब मॉडल में सभी पंजाबियों को आय और मौके उपलब्ध कराए जाते हैं।”
दरअसल, पंजाब चुनाव की तैयारियों में जुटे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिनों पहले ही ऐलान किया था कि अगर पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार आ जाती है, तब वे लोग राज्य की महिलाओं को प्रति माह 1000 रुपए देंगे। यह रकम रजिस्ट्रेशन कराने वाली औरतों को मिलेगी। इसके बाद से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।