पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा ने शनिवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह में कोई भरोसा नहीं होने पर मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से इस्तीफे देने की मांग की है। बाजवा की प्रतिक्रिया तब आई जब सिद्धू ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी थे जिन्होंने उन्हें करतारपुर साहिब गलियारे के फाउंडेशन समारोह में भाग लेने के लिए वहां भेजा और कहा कि वह उनके ‘कैप्टन’ थे। उधर, सिद्धू ने हैदराबाद में की अपनी उस टिप्पणी को वापस ले लिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने (सिद्धु ने) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कहने पर करतारपुर गलियारे के आधारशिला समारोह में हिस्सा लिया था। सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘राहुल गांधी ने मुझे जाने को नहीं कहा था, मैं इमरान खान के निजी आमंत्रण पर वहां गया था।’ शुक्रवार को सिद्धू ने कहा था कि राहुल गांधी उनके ‘कैप्टन’ हैं। इसे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर एक तंज की तौर पर देखा जा रहा था।

वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मना करने के बावजूद पाकिस्तान जाने के सवाल पर सिद्धू ने कहा, ‘पंजाब के मुख्यमंत्री ने मुझे पाकिस्तान जाने से मना किया था, लेकिन 20 और कांग्रेसियों ने मुझे जाने को कहा था। केंद्रीय नेतृत्व से मुझे पाकिस्तान जाने को कहा था। पंजाब के सीएम मेरे पिता समान हैं। मैं उनसे पहले ही बता चुका था कि मैं पाकिस्तान जाऊंगा।’

शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी जालंधर में नवजोत सिंह सिद्धू पर जमकर हमला किया। मजीठिया ने कहा, सिद्धू ने तो  कैप्टन अमरिंदर सिंह को नेतृत्‍व को ही नकार दिया है और एक तरह से खुद के लिए मुख्यमंत्री मानने से इनकार कर दिया है। इससे सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस सरकार किसी भी ट्रैक पर नहीं है। इस सरकार के मंत्री को ही जब अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं कर रहा है तो सरकार के बारे में क्‍या कहा जा सकता है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान में गुरुनानक देव की निर्वाणस्थली करतारपुर में कॉरिडोर बनाने का काम शुरू किया गया है, जिसके शिलान्यास के लिए सिद्धू को भी न्‍योता दिया गया था और वह वहां गए भी थे।