वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने शुक्रवार को बताया कि वे पार्टी छोड़ने जा रहे हैं। हालांकि अभी उन्होंने अपना इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन ट्वीट्स के जरिए एलान किया। यादव ने पार्टी से साइडलाइन किए जाने को इस्तीफे का कारण बताया। हाल ही में हरियाणा कांग्रेस के इंचार्ज कमलनाथ ने राज्य के वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग बुलाई थी। शुरू में यादव को इसमें बुलाया गया था लेकिन बाद में उनसे कहा गया कि वे बैठक में ना आएं।
यादव ने बताया, ”अगर मैं टॉप-10 नेताओं में से एक नहीं हूं तो फिर कांग्रेस में मेरा क्या भविष्य है। मैंने मीटिंग से एक दिन पहले ही कमलनाथ को कह दिया था कि अगर मुझे अनुमति नहीं दी जाती है तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। जब मुझे कहा गया कि मैं शामिल नहीं हो सकता तो मैंने एग्जीक्यूटिव मीटिंग से इस्तीफा दे दिया और सोनिया गांधी को लिखा कि मैं पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा। मुझे नहीं लगता कि कमलनाथ यह उनसे यह बात कही है। मेरे मन में सोनिया और राहुल गांधी के लिए बड़ा सम्मान है।” यादव रेवाड़ी से विधायक रह चुके हैं। वे भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार में वित्त, ऊर्जा, सिंचाई और पर्यावरण मंत्री थे। हुड्डा से उनके रिश्ते कटु रहे थे।
वे अभी अजमेर और पुष्कर जाएंगे और वहां से आने के बाद भविष्य के बारे में घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा, ”दूसरी पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं है। यदि कमलनाथ 40 से पार्टी में हैं तो मैंने 30 साल तक काम किया है। वे मेरे सम्मान को नजरअंदाज कर रहे हैं। मेरे पिता और बेटे भी कांग्रेस के सदस्य हैं।”

