हाल ही में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवान के पिता ने प्रधानमंत्री मोदी और पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह से एक अपील की है। शहीद जवान के पिता ने सीआरपीएफ में तैनात दूसरे बेटे को पंजाब पुलिस में तैनात करने की गुजारिश की है। पिता ने अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए सीएम अमरिंदर सिंह और पीएम नरेंद्र मोदी से यह गुजारिश की है।
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार मामला गुरदासपुर जिले के दिनापुर का है। 14 फरवरी को पुलावामा में हुए आतंकी हमले में मनिन्दर सिंह अत्री शहीद हो गए थे। मनिन्दर के पिता 70 वर्षीय सतपाल अत्री हैं। मनिन्दर अत्री के भाई और सतपाल अत्री के दूसरे बेटे लखविश सिंह अत्री भी सीआरपीएफ में हैं। फिलहाल उनकी पोस्टिंग असम में है।
सतपाल ने लिखा पत्र: सतवार ने अपने बेटे की शहादत को लेकर भारत सरकार और पंजाब सरकार को खत लिखा था, पत्र में उन्होंने लिखा कि मेरी भारत सरकार और पंजाब सरकार से गुजारिश है कि मेरे बेटे लखविश को यहां राज्य पुलिस में नौकरी पर भेज दिया जाए।अपनी उम्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उम्र के इस पड़ाव पर मैं बीमार और अकेला हूं।
बेटे के आने से मेरे लिए सहुलियत होगी और मैं असहाय महसूस नहीं करूंगा। एक बेटे के खोने के दुख से भी उबरने में मदद मिलेगी। मेरी पत्नी का देहांत 9 साल पहले ही हो चुका है। बेटे के आने से मुझे नई जिंदगी मिलेगी और अगर सरकार मेरी बात मान लेती है तो और अभिभावक भी अपने बच्चों को देश की सेवा में भेजने के लिए उत्साह दिखाएंगे।सतपाल का कहना है कि उनके पत्र का अबतक जवाब नहीं आया है। वह अपने दूसरे बेटे लखविश को पंजाब पुलिस में डेप्युटी एसपी नियुक्त किए जाने की गुजारिश की है।सतपाल रोडवेज से रिटायर हैं।
गौरतलब है कि इसी साल 14 फरवरी जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमले में सीआरपीफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी जैश ए मुहम्मद ने ली थी।