पंजाब पुलिस (Punjab police) ने सरहिंद से ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के मुख्य सहयोगी जोगा सिंह को गिरफ्तार किया है। डीआईजी बॉर्डर रेंज नरिंदर भार्गव (Narinder Bhargav) ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। बताया जा रहा है कि ये गिरफ़्तारी पंजाब पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। जोगा सिंह को अमृतपाल का मुख्य सहयोगी बताया जाता है।
डीआईजी बॉर्डर रेंज नरिंदर भार्गव ने कहा, “जोगा सिंह अमृतपाल सिंह के सीधे संपर्क में थे। उसने अमृतपाल सिंह के लिए आश्रय और वाहनों की व्यवस्था की। साथ ही उसने अमृतपाल के पीलीभीत में रहने और फिर पंजाब लौटने की व्यवस्था की।” एसएसपी अमृतसर ग्रामीण सतिंदर सिंह ने कहा कि जोगा सिंह 27 मार्च को अमृतपाल को पंजाब वापस लेकर आया था। लुधियाना का रहने वाले जोगा उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक डेरा के प्रभारी था।
पुलिस ने इससे पहले जोगा सिंह की एक तस्वीर जारी की थी जिसमें वह अमृतपाल के साथ नजर आ रहा था। भगोड़े अमृतपाल को पकड़ने की कोशिश में पुलिस ने उसकी कई तस्वीरें जारी की हैं और लोगों से आरोपी को पकड़ने में मदद करने की अपील की है।
इससे पहले अमृतपाल सिंह के एक अन्य करीबी पप्पलप्रीत सिंह को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के मुताबिक पापलप्रीत सिंह को पंजाब पुलिस और उसकी काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया था। अमृतपाल 18 मार्च को उसके संगठन वारिस पंजाब दे पर पुलिस की कार्रवाई के बाद से फरार है। हालांकि वह पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर जारी दो कथित वीडियो और एक ऑडियो क्लिप में दिखाई दिया है।
अमृतपाल सिंह को शरण देने के आरोप में शुक्रवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान होशियारपुर जिले के बाबक गांव के राजदीप सिंह और जालंधर जिले के सरबजीत सिंह के रूप में हुई है। राजदीप सिंह और सरबजीत सिंह दोनों को शुक्रवार रात ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।