पंजाब में आम आदमी पार्टी ने ब्लॉक समिति और पंचायत के चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। इस बीच फाजिल्का जिले की एक सीट पर मतगणना के बाद दोनों उम्मीदवारों को समान वोट मिल गए। ऐसे में विजेता कौन होगा, इसको लेकर कैसे फैसला किया जाए, इसपर मंथन होने लगा। हालांकि जब पहली बार काउंटिंग हुई तब अकाली दल के उम्मीदवार ने तीन वोट से जीत दर्ज कर ली थी, लेकिन फिर भाजपा ने रिकाउंटिंग की मांग की और उसके बाद मामला दिलचस्प हो गया।

लॉटरी सिस्टम से निकला नतीजा

फाजिल्का जिले में दलमीरखेड़ा सीट पर मतगणना के बाद टाई होने से एक असामान्य स्थिति उत्पन्न हो गई। विजेता का फैसला करने के लिए लॉटरी निकाली गई, जिसमें शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के जज सिंह विजयी हुए। शुरुआत में शिरोमणि अकाली दल के जज सिंह को भाजपा के गुरमीत सिंह पर तीन वोटों के अंतर से विजेता घोषित किया गया था। हालांकि भाजपा उम्मीदवार ने फिर से मतगणना की मांग की, जिसके बाद दोनों उम्मीदवारों को 734-734 वोट मिले। इसके बाद लॉटरी के माध्यम से विजेता का फैसला किया गया, जिसमें जज सिंह विजयी हुए।

मतदान केंद्र पर रिटर्निंग ऑफिसर रहे अबोहर के नायब तहसीलदार गुलाब सिंह ने बताया, “आखिरकार लॉटरी के जरिए जज सिंह की जीत हुई।” हालांकि अकाली उम्मीदवार ने इस तरीके को मानने से इनकार करते हुए जोर देकर कहा कि उनकी जीत तीन वोटों से हुई है। उन्होंने आगे कहा कि मैं इस लॉटरी के नतीजे को नहीं मानता।

‘AAP के पक्ष में हवा, 70% से ज्यादा सीटें जीती…’, पंजाब के नतीजों पर केजरीवाल का पहला रिएक्शन

केजरीवाल ने क्या कहा?

पंजाब में ब्लॉक समिति और जिला परिषद के चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी की ‘काम की राजनीति’ पर भरोसा जताया है। केजरीवाल ने कहा कि जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक तरह से क्लीन स्वीप किया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 70% से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की है।

केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में हो रहे कामों पर जनता ने मुहर लगाई है और इस चुनाव परिणाम ने बता दिया है कि राज्य में आम आदमी पार्टी के पक्ष में हवा चल रही है।