पंजाब में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह के बीच तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है। नवजोत सिद्धू ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर पंजाब के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। सिद्धू ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की सामूहिक जिम्मेदारी तय करने की जगह उन्हें अकेले क्यों निशाना बनाया जा रहा है।
सिद्धू ने एक बार फिर ‘8 से 9 लोगों के समूह’ द्वारा निशाना बनाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह कभी नहीं सुना की सरकार के खराब प्रदर्शन के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया जाए। उन्होंने कहा, ‘लेकिन यदि उंगली उठ गई है तो वो (सीएम) ‘मां-बदौलत’ हैं. मैं कुछ भी नहीं कह सकता हूं।’
सिद्धू ने यह टिप्पणी उस समय कि जब उनसे सीएम के उस आरोप के बारे में पूछा गया कि वो अपना मंत्रालय ठीक से हैंडल नहीं कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि इस कारण ही कांग्रेस ने शहरी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। कैप्टन ने चुनाव परिणाम के बाद सिद्धू के खराब प्रदर्शन को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के समक्ष उठाने की भी बात कही थी।
कांग्रेस नेता सिद्धू ने कहा कि आज तक उन्होंने उन कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों को खिलाफ कुछ भी नहीं बोला है जो मुझे बठिंडा और अमृतसर संसदीय सीट के लिए हार का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसके अलावा सिद्धू को अमृतसर रेल हादसे और करतार पुर साहिब मामले पर कोर्ट केस के लिए भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन इस बार चीजें बहुत आगे निकल गई हैं। सामूहिक जिम्मेदारी की बजाय, 50 विभागों में से सिर्फ मेरे विभाग पर टिप्पणी की जा रही है। सिद्धू ने कहा कि सीएम मेरे विभाग में मेयर की नियुक्ति करते हैं और मुझसे सलाह तक नहीं ली जाती। इसका भी स्वागत है। वह मां-बदौलत हैं। वह कुछ भी कर सकते हैं। हम उनसे सवाल नहीं कर सकते हैं। हमें वह करना होता है जो वो कहते हैं। हर आईएएस अधिकारी की नियुक्ति उनकी तरफ से की जाती है।