मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाद अब पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह सामने आई है। कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है। बाजवा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पटियाला के महाराजा की तरह बर्ताव करने का आरोप लगाया है।

बाजवा ने कहा “मैं कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछना चाहता हूं कि क्या वह लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। आप लोकतांत्रिक तरीके से सीएम चुने गए हैं और पटियाला के महाराजा नहीं हैं। चंडीगढ़ डीजीपी को अपने पत्र में, बाजवा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने उनकी पुलिस सुरक्षा वापस ले ली है। बाजवा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ‘अपना मानसिक संतुलन खो दिया है’ क्योंकि उनकी अपनी पार्टी के नेताओं द्वारा 121 मौतों पर सवाल उठाया गया था।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बाजवा ने कहा, ‘हमारे सांसद प्रताप सिंह बाजवा और सांसद शमशेर सिंह दुल्लो 121 मौतों पर सवाल पूछने के बाद कैप्टन साहब अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। वह सोच रहे हैं कि उनकी अपनी ही पार्टी के सांसद उनसे सवाल कर रहे हैं।

प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, “दो साल पहले, अमृतसर में एक रेल दुर्घटना हुई थी जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई थी. आपने एक एसआईटी का गठन किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. फिर बटाला की एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, एसआईटी का गठन किया गया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए, हूच की दुखद घटना पर हमने पूछा कि आप जो एसआईटी बना रहे हैं, क्या जालंधर आयुक्त जांच कर सकते हैं क्योंकि एक्साइज विभाग कैप्टन अमरिंदर के पास है? गृह मंत्रालय होने के नाते पुलिस भी अमरिंदर सिंह के पास है।”

उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने राज्यपाल महोदय के सामने इस मामले को उठाया है। हमने इसकी जांच ईडी या सीबीआई से कराने की मांग की है। इसपर उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और वह इस हद पर आ गया कि उन्होंने मेरी पुलिस सुरक्षा वापस ले ली। मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं क्या वो लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं। आपको जनता ने चुना है, आप पटियाला के महाराज नहीं हैं।’