पंजाब सरकार एक बार फिर मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रही है। साल 2022 में भगवंत मान सरकार के गठन के बाद से सातवीं बार होने जा रहे मंत्रिमंडल विस्तार में संजीव अरोड़ा का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। अरोड़ा अभी कुछ दिनों पहले ही लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीतकर विधायक बने हैं। प्रदेश के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया दोपहर एक बजे राजभवन में अरोड़ा को मंत्री पद की शपथ दिलाएंगे।

बताया जा रहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पिछले हफ्ते ही मंत्रिमंडल का विस्तार करने वाले थे लेकिन राज्यपाल की अनुपलब्धता के कारण ये कार्यक्रम एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया। वहीं ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मान सरकार के मंत्रियों के विभागों में परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही है। अभी वर्तमान में सरकार में कुल 16 मंत्री हैं। जबकि मुख्यमंत्री समेत 18 मंत्री बनाने की सीमा है।

जीत से पहले ही घोषित था मंत्री बनना

बीते 21 मई को लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनता से कहा था कि आप लोग अरोड़ा को जीता कर विधानसभा भेजें हम इसको मंत्री बना देंगे। चुनाव परिणाम में अरोड़ा को जीत मिली, ऐसे में हो रहे मंत्रिमंडल विस्तार में अरोड़ा का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।

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आप नेता और उद्योगपति अरोड़ा ने बीते मंगलवार को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को भेज दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। अरोड़ा साल साल 2022 में पंजाब से राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उनका कार्यकाल 9 अप्रैल 2028 तक था। लेकिन लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए पार्टी ने उनको उम्मीदवार बना दिया। वहां से जीत दर्ज करने के बाद अरोड़ा ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया।

तरनतारण के लिए एक मंत्री पद रखा गया

सूत्रों की मानें तो अरोड़ा की रुचि को देखते हुए उनको स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा जा सकता है। जो अभी डॉ बलबीर सिंह के पास है। इसके अलावा इस बात के भी अनुमान हैं कि इंडस्ट्री डिपार्टमेंट भी दिया जा सकता है। जो अभी हरदीप सिंह मुंडियां के पास है। हालांकि पहले ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि मंत्रिमंडल में 2 मंत्रियों को शामिल किया जाएगा लेकिन सूत्रों ने बताया कि पार्टी सभी कैबिनेट पदों को भरना चाहती थी, लेकिन पिछले सप्ताह आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद तरन तारन विधानसभा में उपचुनाव होंगे।

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जिस कारण से पार्टी ने मंत्रिमंडल में केवल एक सीट भरने और एक अन्य को रिक्त छोड़ने का निर्णय लिया। पार्टी के एक नेता ने कहा, “एक कैबिनेट पद खाली रखा गया है ताकि पार्टी तरनतारन के मतदाताओं से वादा कर सके कि अगर वे आप उम्मीदवार को चुनते हैं तो उनके प्रतिनिधि को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा।”