जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए। इन जवानों में 12 जवान उत्तर प्रदेश के थे। ऐसे में यूपी के आज (16 फरवरी) प्रयागराज पहुंचा शहीद महेश यादव का पार्थिव शरीर। लेकिन महेश यादव के घर के बाहर मौजूद खड़े लोग सीएम योगी को बुलाने की मांग करने लगे। गांव वालों का कहना है कि जब तक सीएम योगी नहीं आएंगे तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
महेश यादव के परिजनों और गांववालों ने की मांग: दरअसल पुलवामा में हुए आतंकी हमले में प्रयागराज के मेजा निवासी महेश कुमार यादव भी शहीद हुए। महेश की मौत की खबर से पूरे गांव में आक्रोश और दुख जारी है। ऐसे में शुक्रवार देर रात महेश का पार्थिव शरीर प्रयागराज पहुंचा जहां एयरपोर्ट पर एडीजी एसएन साबत ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रयागराज से शनिवार सुबह शहीद महेश का शव मेजा गांव में उनके घर पहुंचा जिसको देख पूरा गांव उनके घर के पास पहुंच गया। इस दौरान ग्रामीणों और परिजनों ने पीएम नरेन्द्र मोदी को प्रयागराज बुलाने की मांग की। लोग सीएम योगी को प्रयागराज बुलाने की मांग पर अड़े नजर आए इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक सीएम योगी नहीं आएंगे तब तक पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
#प्रयागराज : पुलवामा में शहीद हुए प्रयागराज के महेश यादव के घर के बाहर नाराज़ लोगों का हंगामा, सीएम योगी को बुलाए जाने की मांग करते हुए हंगामा। परिवार और गांव के लोग सीएम @myogiadityanath को बुलाए जाने की मांग पर अड़े, CM योगी के नहीं आने तक अंतिम संस्कार नहीं करने का ऐलान। pic.twitter.com/NcmCv9KvOg
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) February 16, 2019
‘हीरो’ है महेश: ग्रामीणों ने बताया कि महेश सिर्फ अपने या अपने परिवार के लिए हर किसी के लिए जीता था। सभी की मदद करना उसका स्वभाव था। ऐसे में पूरा गांव उसे प्यार से हीरो कहकर बुलाता था। महेश के शहीद होने के बाद से पूरेगांव की सिर्फ यही इच्छा है कि पाकिस्तान से ऐसा बदला लिया जाए कि अगली बार भारत में हमला करनी की सोचने से भी किसी की रूह कांप जाए।
2017 में जॉइन की थी सीआरपीएफ: शहीद महेश के चाचा सुशील ने बताया कि महेश दो भाइयों में बड़े थे। वो शुरू से ही देश की सेवा करना चाहते थे। पढ़ाई के बाद 2017 में महेश ने सीआरपीएफ जॉइन किया था। वहीं बता दें कि महेश के पिता राजकुमार मुंबई में ऑटो चलाते हैं। कुछ दिन पहले ही महेश तीन दिन की छुट्टी आए थे और सोमवार को फिर कश्मीर चले गए। वहीं वापसी के तीन चार दिन बाद ही इस खबर ने हम सबको झकझोर कर रख दिया।
