Pulwama Attack की जांच कर रही एजेंसियों ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि अवंतीपुरा में हमले को अंजाम देने में महिलाओं और बच्चों ने भी मदद की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खुफिया सूत्रों का दावा है कि इस फिदायीन हमले के लिए जो विस्फोटक ले जाया गया उसके परिवहन में दक्षिण कश्मीर के त्राल में बच्चों और महिलाओं ने भी मदद की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले में आरडीएक्स ग्रेड 5 और अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। इस हमले के बाद से ही कश्मीर में सेना को खुली छूट दे दी गई है। सेना की तरफ से भी पत्थरबाजों को कार्रवाई के बीच में नहीं आने की चेतावनी दी है।
घटनास्थल से 10 किमी दूर बना था बमः सूत्रों के हवाले से लिखी गई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले में इस्तेमाल विस्फोटक को कश्मीर में ही बनाया गया था। मिलिट्री ग्रेड आरडीएक्स पाकिस्तान से लाया गया था और विस्फोटक को घटनास्थल से करीब 10 किमी दूर तैयार किया गया था। गौरतलब है कि हमले से ठीक चार दिन बाद ही सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को हमले की जगह से कुछ दूरी पर ही ढेर कर दिया था। इनमें हमले का मास्टमाइंड भी शामिल था। कामरान नाम का यह मास्टरमाइंड पाकिस्तान का रहने वाला था।
Pulwama Encounter: आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी
70 गाड़ियों के काफिले में शामिल थी वो बसः पिछले गुरुवार को अवंतीपुरा में 70 गाड़ियों के एक काफिले में करीब ढाई हजार जवानों का काफिला जा रहा है। इसी में से एक बस में जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से ट्रेंड किए गए कश्मीरी युवक आदिल अहमद डार ने विस्फोटक से लदी कार को घुसा दिया। इससे हुए विस्फोट से बस के परखच्चे उड़ गए और बस में सवार सभी सीआरपीएफ जवानों की मौके पर ही मौत हो गई।