जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में उरी से भी ज्यादा विनाशकारी हमला बृहस्पतिवार को देखने को मिला। ये हमला सितंबर में हुए उरी से भी ज्यादा बड़ा रहा। बता दें कि उरी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे जबकि पुलवामा हमले में 40 से भी अधिक जवान शहीद हुए हैं। इस हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश- विदेश के कई नेताओं ने दुख जाहिर किया और इस हमले की कड़ी निंदा की है। ऐसे में पूरे देश से ही इस हमले का जवाब देने की मांग आ रही है। बता दें कि देश की सुरक्षा को लेकर आज (शुक्रवार) सुबह पीएम मोदी, राजनाथ सिंह और अजीत डोभाल ने बैठक की।

9:15 मिनट पर हुई बैठक: राष्ट्रीय सलाहकार अजीत डोभाल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक हुई। ये बैठक आज (शुक्रवार) सुबह 9.15 मिनट पर शुरू हुई। बैठक में अजीत डोभाल, राजनाथ सिंह और पीएम के साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, एनएसए सहित कुछ और अधिकारी भी शामिल रहे। बैठक के बाद अरुण जेटली मीडिया के सामने आए और बताया कि पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया गया है।

पीएम मोदी और राजनाथ का ट्वीट: पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा था- पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला नीच है। मैं इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। वहीं राजनाथ ने कहा था कि जोरदार जवाब दिया जाएगा।

विदेश मंत्रालय ने जारी किया नोटिस: विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए नोटिस में कहा गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए भारत सरकार संकल्पबद्ध है। हम आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए समान रूप से संकल्पित हैं। हम मांग करते हैं कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र से सक्रिय आतंकवादियों और आतंकी समूहों का समर्थन करना बंद करे और आतंकवादी संगठनों द्वारा संचालित बुनियादी ढांचे को अपने देशों में लॉन्च करने के लिए शुरू करे।

पाकिस्तान का क्या है कहना: गुरुवार की देर रात, पाकिस्तान ने एक बयान में कहा कि हमला ‘गंभीर चिंता का विषय’ था और ‘हमने हमेशा दुनिया में कहीं भी हिंसा की निंदा की है’। इसके साथ ही स्टेटमेंट में कहा गया- हम भारतीय मीडिया और भारत सरकार द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की निंदा करते हैं जो बिना किसी जांच के पाकिस्तान पर आक्षेप लगा रहे हैं।