Changur Baba News: उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद से कई बड़े खुलासे हो चुके हैं। यह तो पहले ही दिन साफ हो गया था कि छांगुर बाबा जबरन धर्मांतरण का एक अवैध रैकेट पूरे उत्तर प्रदेश में चला रहा था, अब पता चला है कि पकड़े जाने के डर से वो हमेशा ही कुछ खास कोड वर्ड का इस्तेमाल करता था। यूपी एसटीएफ को पूछताछ के दौरान ये सारी बातें पता चली है।

छांगुर के कोड वर्ड समझें

जब पुलिस ने छांगुर बाबा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने इस बात को स्वीकार किया कि जब भी वो अपने गुर्गों से बात करता था तो वो ‘प्रोजेक्ट’, ‘मिट्टी पलटना ‘काजल लगाना’ और ‘दर्शन’ जैसे कोड वर्ड का लगातार इस्तेमाल करता था। यहां पर प्रोजेक्ट का मतलब लड़की था, मिट्टी पलटने का मतलब धर्म परिवर्तन, काजल लगाने का मतलब ब्रेनवॉश था और दर्शन का सीधा मतलब पीड़िता को बाबा से मिलवाना था।

छांगुर बाबा इतना ज्यादा चालाक था कि वो लड़कियों को फंसाने के लिए उन्हें विदेशी यात्रा, नौकरी और छात्रवृत्ति का लालच देता था। लेकिन अब उसके खिलाफ कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। एक तरफ उसकी संपत्ति जब्त हो रही तो वहीं बलरामपुर में उसकी आलीशान कोठी के खिलाफ बुलडोजर एक्शन हो चुका है।

कौन हैं छांगुर बाबा?

छांगुर बाबा का जन्म यूपी के बलरामपुर के उतरौला में हुआ था। उसका बचपन रेहरा माफी गांव में बीता। आगे चलकर उसने इसी गांव में अपने सभी काम शुरू किए।

छांगुर बाबा का बचपन कैसा था?

छांगुर बाबा को लेकर कहा जाता है कि इसका बचपन काफी गरीबी में बीता था। कई सालों तक उसने भीख मांगकर अपना पेट भरा। बाद में कुछ समय के लिए छांगुर ने साइकिल से नग और अंगूठी बेचने का काम भी किया।

छांगुर बाबा पर क्या आरोप?

छांगुर बाबा पर आरोप है कि उसने कई लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया था। अपनी एक कोठी में ही वो इस रैकेट को अंजाम दे रहा था।

छांगुर बाबा कैसे करता था धर्मांतरण?

छांगुर को लेकर कहा जा रहा है कि वो जाति देखकर लड़कियों का धर्म परिवर्तन कर रहा था। अलग-अलग जातियों के लिए उसने अलग रेट भी फिक्स कर रखे थे। उसने अपने घर पर कलावा, धार्मिक किताबें भी रखी थीं।

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