प्रयागराज में बुधवार देर रात से हो रही बारिश और तूफानी हवाओं गंगा और यमुना नदी के किनारे भारी तबाही मचाई है। तेज लहरों और हवा के दबाव के कारण 200 से अधिक नावों के डूबने की सूचना है जबकि कई नावें गायब बताई जा रही हैं। सबसे ज्यादा नुकसान संगम तट, नैनी घाट, दारागंज और झूंसी क्षेत्र में हुआ है, जहां नाविकों की जीविका पूरी तरह से नदी पर निर्भर है। मौसम विभाग ने 24 घंटे और बारिश का अलर्ट जारी किया है।
नाविकों का कहना है कि पिछले 25 सालों में उन्होंने इस तरह का तूफान और तेज बारिश कभी नहीं देखी। रात भर चली तेज हवाओं और लहरों ने किनारे पर बंधी नावों को तोड़कर बहा दिया। तेज बारिश, तूफानी हवाओं से कई नावें डूब गईं और कई लापता हैं। शहर में मूसलाधार बारिश और तूफानी हवाओं ने भारी तबाही मचाई है। संगम किनारे गंगा और यमुना में उठी तेज लहरों से कई नावें डूब गईं और कई बह गई। प्रशासन नुकसान का आंकलन कर रहा है, इस बीच नाविकों ने राहत की मांग तेज कर दी है।
गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ा
गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने के चलते जिला प्रशासन की ओर से निचले इलाकों में सतर्कता के निर्देश दे दिए गए हैं। गंगा और यमुना नदियों के तटीय क्षेत्रों में स्थापित बाढ़ राहत चौकियों में राजस्व कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। शहर में चार बाढ़ राहत शिविर भी बना दिए गए हैं। इसके साथ ही स्नान घाटों पर जल पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती करा दी गई है।
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मिर्जापुर के चुनार में गुरुवार को सर्वाधिक 240 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं प्रयागराज में 209 मिमी, जौनपुर में 142 मिमी, सोनभद्र में 100 मिमी और वाराणसी में 92.2 मिमी बारिश रिकार्ड हुई। मौसम विभाग की ओर से शुक्रवार को प्रयागराज, बांदा, चित्रकूट, झांसी, ललितपुर, महोबा में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। कानपुर , मथुरा, आगरा समेम 10 अन्य जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं प्रदेश के 47 जिलों में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। बारिश के दौरान मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, झांसी, ललितपुर में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान है।
कल कैसा रहेगा प्रयागराज का मौसम?
IMD के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बना दबाव पिछले 3 घंटों के दौरान 3 किमी प्रति घंटे की गति से धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और गुरुवार को प्रयागराज से 40 किमी दक्षिण-पश्चिम, सतना से 100 किमी उत्तर-पूर्व, बांदा से 120 किमी पूर्व-दक्षिण-पूर्व और खजुराहो से 160 किमी पूर्व में केंद्रित रहा। अगले 2 दिनों के दौरान इसके दक्षिण उत्तर प्रदेश और उससे सटे उत्तरी मध्य प्रदेश में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। पढ़ें- यूपी के MLA सीखेंगे AI का इस्तेमाल