प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियां जोरों से हो रही हैं। इस आयोजन को स्वच्छ, भव्य और दिव्य बनाने के लिए नगर निगम ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एक आधुनिक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंट्रोल रूम तैयार किया है। यह कंट्रोल रूम प्रदेश में अपनी तरह का पहला है। इसकी मदद से सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ शहर की अन्य समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा रहा है।

सफाई के लिए बने कंट्रोल रूम की खासियत

कंट्रोल रूम से खराब स्ट्रीट लाइट, अतिक्रमण, सड़कों पर पड़े कूड़े, और छुट्टा पशुओं की समस्याओं पर नजर रखी जा रही है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण, कचरा उठाने वाले वाहनों की ट्रैकिंग, और सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा, जहां भी सफाई में कमी पाई जाती है, वहां तुरंत कार्रवाई की जा रही है।

आईसीसीसी से हो रहा है पूरा नियंत्रण

यह कंट्रोल रूम इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ICCC) से जुड़ा है। इसमें लगे अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे पूरे शहर की निगरानी करते हैं। सड़कों पर झाड़ू लगाने, कूड़ा उठाने, और सफाई से जुड़े कार्यों को रियल-टाइम मॉनिटरिंग के माध्यम से देखा जा रहा है।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सफाई की निगरानी

कंट्रोल रूम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। AI से जुड़े कैमरे सड़कों पर कचरे के ढेर, गड्ढों, खराब स्ट्रीट लाइट, और अतिक्रमण को चिह्नित कर उनकी तस्वीरें कंट्रोल रूम भेजते हैं। इसके बाद संबंधित जोनल अधिकारी और सफाई निरीक्षक को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए जाते हैं।

जन समस्याओं का तत्काल समाधान

कंट्रोल रूम से सफाई व्यवस्था पर 24 घंटे नजर रखी जाती है। यदि किसी क्षेत्र में गंदगी या अन्य समस्या पाई जाती है, तो नगर निगम के अधिकारी तुरंत समाधान के लिए कदम उठाते हैं। अब तक खराब स्ट्रीट लाइट और सफाई से जुड़ी 1000 से अधिक समस्याओं का समाधान किया जा चुका है।

निगम के दो विशेष कैमरे वाले वाहन रख रहे नजर

AI कैमरों से अतिक्रमण करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। नगर निगम के दो विशेष वाहनों को सुबह और शाम शहर में 35-35 किलोमीटर की निगरानी के लिए लगाया गया है। ये वाहन सड़कों के किनारे पड़े कचरे, अवैध होर्डिंग्स, और अन्य समस्याओं को चिह्नित करते हैं। तस्वीरें कंट्रोल रूम भेजी जाती हैं, जहां से तुरंत कार्रवाई की जाती है।

AI की मदद से निगरानी के फायदे

कंट्रोल रूम की मदद से सफाई व्यवस्था में बड़ी प्रगति हुई है। AI तकनीक ने नगर निगम को निम्नलिखित कार्यों में सहायता दी है:

  • खराब स्ट्रीट लाइट चिह्नित करना।
  • सड़कों के गड्ढों की जानकारी देना।
  • सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी का पता लगाना।
  • अवैध होर्डिंग्स और अतिक्रमण पर कार्रवाई करना।
  • सड़कों पर छुट्टा पशुओं की समस्याओं को हल करना।

आम जनता के लिए भी बढ़ीं सुविधाएं

कंट्रोल रूम आम जनता की शिकायतों का समाधान भी कर रहा है। यदि किसी क्षेत्र में सफाई से जुड़ी कोई समस्या है, तो कंट्रोल रूम से तुरंत संबंधित अधिकारी को कॉल करके समाधान करवाया जाता है। यह व्यवस्था महाकुंभ के दौरान शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाए रखने में मदद करेगी।

महत्वपूर्ण आंकड़े और उपलब्धियां

कंट्रोल रूम का संचालन 27 नवंबर 2024 से शुरू हुआ। अब तक करीब 54 समस्याओं का त्वरित समाधान किया गया है। इनमें खराब स्ट्रीट लाइट, अतिक्रमण, और सड़कों पर गड्ढों से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं।

महाकुंभ के लिए तैयार प्रयागराज

नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि यह कंट्रोल रूम महाकुंभ को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। सफाई व्यवस्था और अन्य समस्याओं पर AI के माध्यम से निगरानी की जा रही है। इस पहल से न केवल महाकुंभ बल्कि भविष्य में भी प्रयागराज को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में मदद मिलेगी।

प्रयागराज नगर निगम ने AI तकनीक और आधुनिक कंट्रोल रूम के माध्यम से सफाई व्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। यह पहल शहर की स्वच्छता और नागरिक सुविधाओं के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण है। महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखकर की गई यह तैयारी आने वाले समय में अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा बनेगी।