Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का नाम दो राज्यों की वोटर लिस्ट में है। ये दो राज्य बिहार और पश्चिम बंगाल है। अब इस मामले में करगहर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। इस पर प्रशांत किशोर की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की तरफ से जारी नोटिस से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा, “मैं अपने गृह क्षेत्र करगहर से अपने गांव कुनार से मैं वहां वोटर हूं और वहां पर मैं 2019 से वोटर हूं। बीच में जब दो साल मैं कोलकाता में था तो मैंने वोटर आईडी बनाया था। 2021 के बाद से मेरा वोटर आईडी करगहर का है। ये मुझे इलेक्शन कमीशन ने दिया है। अभी चुनाव आयोग ने कहा कि एसआईआर किया है। एसआईआर के बाद भी मेरा नाम यहीं पर है। तो अगर वो कह रहे हैं कि दूसरी जगह भी मेरा नाम है तो एसआईआर करके क्यों सबको परेशान कर रहे थे। भाई आपने खुद से देखा और खुद से जांचा, एपिक नंबर के आधार पर कुनार गांव में मेरा रजिस्ट्रेशन है। अब इलेक्शन कमीशन इस पर झूठा नोटिस जारी करेगा इससे मुझे कोई लेना-देना नहीं है।”
चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस
सासाराम भू-राजस्व उप-कलेक्टर सह निर्वाचन अधिकारी करगहर विधानसभा क्षेत्र द्वारा हस्ताक्षरित इस नोटिस में एक्सप्रेस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि “जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 17 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में रजिस्टर्ड नहीं होगा। चुनाव आयोग ने कहा कि उल्लंघन की स्थिति में, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 31 के अंतर्गत एक वर्ष के कारावास या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। आपको एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में अपना नाम शामिल करने के संबंध में तीन दिनों के भीतर जवाब दाखिल करना होगा।
2 राज्यों की वोटर लिस्ट में नाम
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया था कि बंगाल में उनका पता 121 कालीघाट रोड दर्ज है, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर में तृणमूल कांग्रेस का कार्यालय है। किशोर ने राज्य में 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान टीएमसी के साथ एक राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम किया था। उनका मतदान केंद्र बी रानीशंकरी लेन स्थित सेंट हेलेन स्कूल में दर्ज है। बिहार में वह सासाराम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत करगहर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता के रूप में रजिस्टर्ड हैं। उनका मतदान केंद्र रोहतास जिला कोनार है। कोनार किशोर का पैतृक गांव है। उनकी टीम के एक वरिष्ठ सदस्य ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि बंगाल चुनाव के बाद वह बिहार में मतदाता बन गए हैं। उन्होंने बताया कि किशोर ने अपना बंगाल वोटर कार्ड रद्द करने के लिए आवेदन किया है, लेकिन उन्होंने आवेदन की स्थिति के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
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