भीमा-कोरेगांव हिंसा का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। दलितों के नेता और डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने सरकार के समक्ष नई मांग रखी है। उन्होंने कहा कि शंभाजी भिड़े और मिलिंद एकबोटे की गिरफ्तारी तक दलितों का गुस्सा शांत नहीं होगा। प्रकाश ने पुलिस द्वारा दलित युवा प्रदर्शनकारियों की तलाश भी बंद करने की मांग की है। भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर प्रकाश आंबेडकर ने बुधवार (3 जनवरी) को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया था। इस बीच, हिंसक विरोध-प्रदर्शनों और टकराव के कारण चरमराई यातायात व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है।
भारतीय रिपब्लिकन पार्टी बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गुरुवार (4 जनवरी) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, ‘हिंसा को लेकर लोग गुस्से में हैं। हमलोग बंद के दौरान किसी तरह उनके गुसे को रोकने में समर्थ रहे थे, लेकिन लंबे समय तक ऐसा नहीं किया जा सकता है। हमने शुरुआत में ही आरोपियों का नाम स्पष्ट करते हुए भिड़े और एकबोटे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। हिंसा भड़काने को लेकर उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की भी मांग की गई थी। अब मुख्यमंत्री ने उन्हें गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया है। भिड़े को गिरफ्तार किया जाता है या नहीं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।’ प्रकाश आंबेडकर का यह बयान ऐसे समय आया है जब शंभाजी भिड़े के समर्थन में सांगली में मोर्चा निकाला गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि सीएम फडणवीस किसी भी तरह की कार्रवाई से पहले न्यायिक जांच की रिपोर्ट के इंतजार में हैं। मालूम हो कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सांगली की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भिड़े द्वारा किए जाने वाले कार्यों के प्रति सम्मान जताया था। मुख्यमंत्री फडणवीस और भिड़े की एक तस्वीर भी वायरल हो रही है।
प्रदर्श्नकारियों की गिरफ्तारी पर जताई नाराजगी: प्रकाश आंबेडकर ने पुलिस की भी कड़ी आलोचना की है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, ‘बंद (महाराष्ट्र) की घोषणा को वापस लेने के बाद भी पुलिस ने प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले दलित युवाओं की गिरफ्तारी के लिए राज्यव्यापी तलाशी अभियान चलाया हुआ है। हम इस अभियान को अविलंब बंद करने की मांग करते हैं। ये युवा आतंकवादी या नक्सली नहीं हैं जो उनके साथ इस तरह का बर्ताव किया जाए। मुख्यमंत्री ने इसे रोकने का आश्वासन दिया है।’ प्रकाश ने नक्सलियों का हाथ होने के आरोपों को भी खारिज किया है।