कोरोनाकाल की इस कठिन घड़ी में देशभर में आपात सेवाओं से जुड़े लोग दिन-रात मेहनत कर आम लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिशों में जुटे हैं। इनमें स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों के साथ पुलिसवालों का भी अहम योगदान है। पुलिसकर्मी लगातार अलग-अलग शहरों में कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसे विकल्पों के बीच पहरा देने में जुटे हैं। हालांकि, इसके चलते उनके अपने कहीं पीछे छूट जा रहे हैं। राजस्थान में भी ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला। यहां एक महिला कॉन्स्टेबल को कोरोना महामारी की वजह से अपनी शादी से पहले छुट्टी नहीं मिल पाई। इसके बाद दोस्तों ने महिला की हल्दी थाने में ही की।

राजस्थान में कर्फ्यू के चलते पुलिस की छुट्टियां रद्द: बता दें कि राजस्थान सरकार ने कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए 22 अप्रैल से लेकर 21 मई तक राज्यभर में सख्त कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। इससे पहले राज्य में सोमवार से ही जन अनुशासन पखवाड़ा अभियान के तहत कुछ कड़े प्रतिबंध लगने शुरू हो गए थे। इसके चलते कोरोना से लड़ रहे पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं।

पुलिस स्टेशन में ही निभाए गए सारे रीति-रिवाज: राजस्थान में कोरोना से बिगड़ती इसी स्थिति के चलते डुंगरपुर पुलिस स्टेशन में तैनात महिला कॉन्स्टेबल आशा रोत को अपनी शादी से पहले छुट्टी नहीं मिली। वे अपनी ड्यूटी के चलते घर नहीं जा पाई, हालांकि उसके साथियों ने थाने में ही हल्दी की रस्म की और गाने गाकर सारे रीति-रिवाज पूरे किए। इस मौके पर पुलिस स्टेशन में सभी पुलिसकर्मी और अधिकारी मौजूद रहे।

आशा के मुताबिक, उनकी शादी पिछले साल मई में होनी थी, लेकिन तब देश में कोरोना की वजह से लॉकडाउन लग गया और उनकी शादी को टालना पड़ा था। बाद में घरवालों की मंजूरी से आशा की शादी 30 अप्रैल को तय हुई। उनका गांव कोटाणा हिराता शहर के करीब 20 किमी दूर है। शादी के लिए उनकी छुट्टी मंजूर कर ली गई है।

इस पूरी घटना की सोशल मीडिया पर भी तारीफ हो रही है। ट्विटर यूजर नंदिनी इदनानी ने ट्विटर पर लिखा, “मेरा भारत महान।” वहीं, रविशंकर प्रसाद नाम के यूजर ने कहा, “शादियां बड़ी मुश्किल से तय होती हैं। इस कोरोना काल में तो और भी कठिनाइयां हैं। बड़ी मशक्कत से तो सालभर बाद शुभ मुहूर्त बना होगा, ऐसे में थाने में उठाया गया कदम सराहनीय है। शुभकामनाएं।”