झारखंड के तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले का बदला लेने से जुड़े कथित टिकटॉक वीडियो को लेकर मुंबई पुलिस साइबर सेल ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने सोमवार ( 8 जुलाई) को यह जानकारी दी। इस बीच, यह आरोप लगने के बाद कि वीडियो में दिख रहे लोग जी म्यूजिक कंपनी की एलबमों में काम कर रहे हैं, जी ने उनके साथ अपने वीडियो सभी प्लैटफॉर्म से हटा दिए हैं। शिकायकतकर्ता रमेश सोलंकी ने बताया कि मुझे पता चला है कि मेरी शिकायत के बाद  वीडियो को टिक-टॉक सोशल मीडिया ऐप से  हटा दिया गया है, और तीन लोगों के अकाउंट सस्पेंड कर दिए गए हैं। टिक टॉक सस्पेंशन का मतलब होता है कि अब यूजर अपना अकाउंट नहीं खोल सकता और उस पर कुछ भी पोस्ट नहीं कर सकता।

‘यह मत कहना कि सब मुसलमान आतंकवादी होते हैं’: मीडिया ऐप टिकटॉक के जरिए जारी संक्षिप्त वीडियो में पांच युवक यह कहते हुए दिख रहे हैं, “तुमने भले ही मासूम तबरेज अंसारी को मार दिया हो, लेकिन अगर कल उसका बेटा बदला लेता है तो यह मत कहना कि सभी मुसलमान आतंकवादी होते हैं।” पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि क्योंकि यह “घृणास्पद” वीडियो दो समुदायों के बीच शांति भंग कर सकता है और सांप्रदायिक तनाव भड़का सकता है, लिहाजा हमने इस वीडियो को पोस्ट करने वाले टिकटॉक अकाउंट के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने कहा कि इस वीडियो को बनाने वाले और इसमें दिख रहे व्यक्तियों की तलाश जारी है। इस मामले में टिकटॉक ने कहा है कि टिक-टॉक ऐप पर कोई भी यूजर यदि किसी भी प्रकार की हिंसात्मक वीडियो डालता है तो उसके खिलाफ जीरो टोलेरेंस पॉलिसी को फॉलो किया जाता है। टिक-टॉक ने अपने बयान में कहा कि हमारी गाइडलाइन्स को नहीं मानने के चलते हमने तीन यूजर के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही इस मामले में कानूनी राय भी ले रहे हैं।

 

 

बता दें कुछ समय पहले झारखंड के सरायकेला खसरावां जिले में चोरी के आरोप में लोगों की भीड़ ने तबरेज अंसारी की बेरहमी से पिटाई की थी। इसके बाद तबरेज ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, और लापरवाही के आरोप में 2 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। बता दें कुछ समय पहले तबरेज के एक रिश्तेदार ने दावा किया था कि उसे जहरीला पानी दिया गया था। तबरेज के रिश्तेदार का कहना था कि तबरेज की पिटाई करने के बाद उसे धतूरा मिला हुआ पानी दिया गया था। झारखंड में हुई इस घटना के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने जंतर- मंतर पर भी विरोध प्रदर्शन किया था।