दिल्ली के शाहीन बाग में CAA का विरोध जारी है जिसे लेकर दो दिन पहले जामिया में फायरिंग की खबर आई थी। इसी बीच उत्तर प्रदेश से खबर मिली है कि राज्य के मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ ‘अनिश्चितकालीन’ धरना देने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इनमें से अधिकतर महिलायें हैं। यह मामला घालशहीद पुलिस थाने में दर्ज कराया गया है।
पुलिस के मुताबिक दर्ज मामले (FIR) में 20 लोगों को नामजद किया गया है जबकि छह सौ अज्ञात लोगों को शामिल किया गया है। इन लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी का मामला दर्ज किया गया है। जिन 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें 400 पुरूष एवं दो सौ महिलाये हैं। बड़ी तादाद में मौके पर पुलिस को तैनात किया गया है।
मुरादाबाद के जिला मजिस्ट्रेट राकेश सिंह ने कहा कि अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू की गयी है और हिंसा में शामिल रहने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया, ‘‘इस धरना प्रदर्शन के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गयी थी, इसलिए यह गैरकानूनी है लेकिन हम इसकी निगरानी कर रहे हैं ।’’ प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हम लोग इस अधिनियम को वापस लिये जाने की मांग कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर सीएए विरोधी प्रदर्शन को लेकर दिल्ली के मालवीय नगर में पुलिस पर हमला करने पर कई लोगों पर मामला हुआ है। मालवीय नगर के नगर निगम के पार्क में जमा हुए कई लोगों के खिलाफ पुलिस को ड्यूटी करने से रोकने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि लोग संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के लिए बुधवार को पार्क में जमा हो गए थे और वहां पर तंबू लगा लिए थे।
अधिकारियों ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें समझाया कि सार्वजनिक पार्क के किसी हिस्से पर अतिक्रमण नहीं करें, लेकिन उन्होंने पुलिस र्किमयों पर कथित रूप से हमला कर दिया, उनकी वर्दी फाड़ दी। दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त अतुल ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमने लोक सेवकों को अपने दायित्वों के निर्वहन से रोकने के लिए एक मामला दर्ज किया है।’’ उन्होंने कहा कि वे स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए वीडियो से आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया में है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों में शामिल कुछ महिलाओं ने ड्यूटी पर मौजूद एक पुलिसवाले के साथ भी दुर्व्यवहार किया।