प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय-समय पर अपने कैबिनेट और पार्टी के सदस्यों को किस तरह से पब्लिक लाइफ में रहना चाहिए, उसके बारे में बताते रहते हैं। अगर पीएम मोदी को कुछ अच्छा नहीं लगता है तो इसे सीधे तौर पर या इशारों-इशारों में जरूर बता देते हैं।
ऐसा ही एक वाक्या पिछली बार मंत्रियों के साथ मीटिंग में हुआ। जब पीएम ने कह दिया कि कुछ लोग टीवी पर हीरो बनना चाहते हैं। दरअसल कैबिनेट विस्तार में जिन मंत्रियों को जगह मिली थी वो लगातार टीवी पर इंटरव्यू दे रहे थे। ऐसा ही एक इंटरव्यू केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने दिया था। पीएम मोदी का इशारा इसी इंटरव्यू की तरफ था।
मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद मंत्री नारायण राणे ने शायद एक गलती कर दी। उन्होंने सत्ताधारी दल से दूर माने जाने वाले एक टीवी एंकर को इंटरव्यू दे दिया था, वो भी थोड़ा लंबा।
इसके एक दिन बाद अपने मंत्रियों के साथ एक बैठक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी की कि कुछ लोग टेलीविजन पर हीरो बनना चाहते हैं। दरअसल पीएम की ये टिप्पणी राणे के प्रति थी, जिसका अहसास नारायण राणे को भी हो चुका था। हालांकि पीएम ने ये बातें नारायण राणे से सीधे ना कहकर इशरों ही इशारों में कही थी।
बता दें कि नारायण राणे पहले शिवसेना में थे। शिवसेना से ही उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी भी संभाली थी। राजनीति में नारायण राणे बाला साहेब ठाकरे को अपना गुरु मानते हैं। नारायण राणे ने तब शिवसेना छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था जब उद्धव ठाकरे बाला साहेब के उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित हो रहे थे। कांग्रेस में जाने के बाद नारायण राणे प्रदेश में मंत्री बने और फिर वहां भी बगावत करने लगे। जिसके कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
2009 में फिर कांग्रेस में वापसी हुई और 2017 में खुद की पार्टी बना डाली। 2019 में अपनी पार्टी को बीजेपी में विलय कराकर खुद भी भाजपा पार्टी में शामिल हो गए। जहां वो कैबिनेट फेरबदल के बाद दूसरे मोदी सरकार के कार्यकाल में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री बनाए गए।