PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किस्त साल में तीन बार रिलीज की जाती है। इसके जरिए किसानों को आर्थिक तंगी के दौर में सरकार से सहायता मिलती है लेकिन कुछ लोग सरकार की इस योजना में धोखेबाजी कर रहे हैं। आगरा से मामला सामने आया है जहां पति पत्नी दोनों ही पीएम किसान योजना का पैसा ले रहे हैं और ये मामले एक दो नहीं बल्कि 6000 तक पहुंच गए हैं। जानकारी मिलते ही अधिकारियों ने न केवल किस्तें रोक दी हैं, बल्कि ऐसे लोगों के खिलाफ जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
इस मामले में आगरा के उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार ने बयान जारी किया है और कहा कि मार्च में 3,17,250 किसानों को किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त का लाभ मिला था। इसको लेकर जब घोटाले का शक हुआ तो सामने आया कि 6000 लोग सरकार की स्कीम में धोखेबाजी करके पीएम किसान का फायदा उठा रहे हैं।
पति-पत्नी ही कर रहे धोखेबाजी
सरकारी स्कीम के नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले ये 6000 लोग एक ही परिवार के पति-पत्नी हैं। इसके चलते अधिकारियों ने इनके खिलाफ जांच के साथ ही उनका एक्शन की प्लानिंग भी बना ली गई है। वहीं इस मामले में सख्ती के बाद अब बताया गया है कि जुलाई में किसान सम्मान निधि की जो 20वीं किस्त जारी होगी, तो उसमें 3 लाख 11 हजार किसानों को ही फायदा होगा।
रजिस्ट्रेशन का भी दिया आदेश
दूसरी ओर किसानों को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए जो किसान सम्मान निधि रही है, उसमें सभी को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री के जरिए सरकार किसानों के पंजीकरण करवा रही है। इसमें पंजीकरण न होने पर भी निधि से वंचित हो सकते हैं।
इसको लेकर किसानों का आरोप है कि आधार में नाम, पता, मोबाइल नंबर का गलत होना और अंगुलियों के निशान (बायोमैट्रिक्स) का मेल न खाना पंजीकरण की प्रक्रिया में बाधा बन रहे हैं, जिसको लेकर सरकार से उचित कदम उठाने के लिए कहा है।