तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) की एक महिला विधायक की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। कारण उनका अपना बयान है, जो उन्होंने सरकारी मकानों को लेकर दिया है। उन्होंने कहा है कि भाजपाई झंडे उठाने वालों को दो बेडरूम वाले सरकारी मकान नहीं दिए जाएंगे। हालांकि, पार्टी ने उनके इस बयान से किनारा किया है। टीआरएस के एक सांसद ने इस विवाद पर कहा है कि वह महिला विधायक के बयान का विरोध करते हैं। कोवा लक्ष्मी आसिफाबाद से विधायक हैं। उनका यह बयान 15 नवंबर के आसपास का बताया जा रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक लक्ष्मी ने कथित तौर पर कहा, “जो लोग भाजपा के झंठे उठाएंगे, उन्हें सरकारी स्कीम के तहत दो कमरे वाले सरकारी मकान नहीं मिलेंगे।” वहीं, भाजपा ने महिला विधायक की इस टिप्पणी की आलोचना की है और उनके इस्तीफे की मांग की है।
People who hold BJP flags, will not be given double bedroom houses(under government scheme): TRS MLA Kova Lakshmi in Asifabad, Telangana (15.11.2017; Source: Unverified) pic.twitter.com/JqZRLiKm13
— ANI (@ANI) November 18, 2017
महिला विधायक चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के अनुसार 10वीं कक्षा तक पढ़ी हैं। उनके नाम 13 लाख रुपए की कुल संपत्ति है। बयान के बाद मामले ने तूल पकड़ ली, जिसके बाद टीआरएस सांसद जितेंद्र रेड्डी ने उस पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है, “लक्ष्मी की ओर से जारी किए बयान से पार्टी का कोई लेन-देना नहीं है। वह उसका विरोध करते हैं।”
It is her personal statement not the party's line. Our CM believes in giving benefits to every Telanganite. We definitely condemn it: Jithender Reddy, TRS MP on party MLA Kova Lakshmi's statement pic.twitter.com/QOacQS4paO
— ANI (@ANI) November 18, 2017
टीआरएस विधायक के बयान पर भाजपा की प्रतिक्रिया आई है। भाजपा प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा है, “अगर यह उनकी (कोवा लक्ष्मी) की निजी राय है, तो वह गलत हैं। वह विधायक हैं। यानी जनप्रतिनिधि। वह कैसे पार्टी लाइन के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव कर सकती हैं? हम उनके इस्तीफे की मांग करते हैं।”
If it's her personal view then she is wrong. She is an MLA, people's representative. How can she differentiate people on the basis of party line? So we demand resignation of that MLA.: Krishna Saagar Rao, BJP Spokesperson on TRS MLA Kova Lakshmi's statement pic.twitter.com/gq7On1ftW7
— ANI (@ANI) November 18, 2017