छत्तीसगढ़ में एकतरफा बहुमत से सरकार बनने के साथ ही कांग्रेस पूरे फॉर्म में नजर आ रही है। बदलाव के एक महीने बाद ही नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। बघेल ने पद संभालते ही पीडीएम, झीरमघाटी, डीपीआर समेत करीब दर्जनभर मामलों में नए सिरे से जांच शुरू करवाई है। भूपेश बघेल ने पीडीएस घोटाला मामले में रमन सिंह को भी संदेह के घेरे में लिया है।
जांच शुरू होती ही भाजपा का रोना शुरूः बघेल ने कहा कि पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) घोटाले में ‘सीएम सर’, ‘सीएम मैडम’ और ऐश्वर्या रेसिडेंसी का जिक्र है, इनका क्या कनेक्शन है? यह जानने का अधिकार जनता को भी है। बघेल ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘जांच शुरू होते ही उन्होंने रोना शुरू कर दिया। डायरी में जिन 18 अधिकारियों का जिक्र है वे इन मामलों में अहम सबूत हैं। हमने सिर्फ केस को फिर से खोलने के लिए अदालत की अनुमति ली है और अब रमन सिंह चिंतित हैं।’
कल्लूरी पर बोले बघेलः इस मामले की जांच का जिम्मा विवादास्पद अधिकारी आईजी एसआरपी कल्लूरी को नियुक्त किया गया है। इसे लेकर जवाब देते हुए बघेल ने कहा, ‘कल्लूरी रमन सिंह के पसंदीदा अधिकारी हैं। इसीलिए जांच का जिम्मा उन्हें ही सौंपा गया है। कोई भी अधिकारी वही कर सकता है जो सरकार चाहती है। कल्लूरी ने बस्तर में कानून का उल्लंघन किया था। मैंने खुद विरोध कर उनके खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। रमन सरकार में वे मेरे खिलाफ बोले थे इसका मतलब है कि वे रमन सिंह के पसंदीदा हैं। मैंने कल्लूरी को फील्ड पोस्टिंग नहीं दी है। उन्हें भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में महानिरीक्षक बनाया है।