ग्रीन पार्क में आइपीएल मैच के दौरान एक पीसीएस अधिकारी के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा की गई बदतमीजी और कथित मारपीट के विरोध में शहर में कार्यरत करीब 32 पीसीएस अधिकारी मंगलवार को अपने कार्यों का बहिष्कार कर रहे हैं। कोई भी अधिकारी नियत समय सुबह 10 बजे अपने कार्यालय नहीं पहुंचा। कानपुर पीसीएस एसोसिएशन के सचिव व एडीएम (वित्त) शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि हम अभी काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने हमें इस मामले में शामिल चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दायर करने का आश्वासन दिया है। अगर ऐसा होता है तो हम दोपहर बाद काम पर लौट आएंगे। इस मामले में कानपुर पुलिस के एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि अभी तक किसी भी सिपाही के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं लिखा गया है। हालांकि आरोपी सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।

गौरतलब है कि 21 मई की रात को गुजरात लायंस और मुंबई इंडियन मैच के दौरान ग्रीन पार्क के गेट नंबर छह पर तैनात पीसीएस अधिकारी सुखबीर सिंह के साथ कुछ पुलिसकर्मियों ने बदतमीजी की थी। एसडीएम सिंह का आरोप है कि कुछ सिपाही अपने परिवार को बिना टिकट के स्टेडियम में प्रवेश करवाना चाहते थे, जिसका उन्होंने विरोध किया। इससे नाराज सिपाहियों ने उनके साथ बदतमीजी की और उन्हें थप्पड़ भी मारे। एक पीसीएस अधिकारी के साथ बदतमीजी के विरोध में शहर में कार्यरत सभी पीसीएस अधिकारी एकजुट हो गए और उन्होंने कार्य बहिष्कार का फैसला किया। कोई भी पीसीएस अधिकारी अपने कार्यालय नहीं पहुंचा।

शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि अभी तक तो हम कार्य बहिष्कार कर रहे हैं, लेकिन जैसे ही चार आरोपी सिपाहियों के खिलाफ एफआइआर लिख लेगी, वैसे ही हम कार्य बहिष्कार वापस ले लेंगे और काम पर लौट आएंगे। हालांकि, एसएसपी माथुर का कहना है कि चारों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन अभी तक एफआइआर नहीं लिखी गई है।