जम्‍मू-कश्‍मीर के पम्‍पोर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ सोमवार शाम खत्‍म हो गई। बता दें कि तीन दिन पहले आतंकी सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हमला करने के बाद ईडीआई की इमारत में छिप गए थे। न्‍यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तीन आतंकी मारे गए। वहीं, इस ऑपरेशन में दो अफसरों समेत तीन पैराकमांडोज ने अपनी शहादत दी। सीआरपीएफ के डीजी प्रकाश मिश्रा ने कथित तौर पर कहा कि आतंकियों के मोड्स ऑरंडी को देखकर लगता है कि हमले में लश्‍कर ए तैयबा का हाथ है।

आतंकियों ने शनिवार को श्रीनगर जम्‍मू हाइवे पर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करके ईडीआई इमारत में शहरण ली थी। इस हमले में दो सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए। इसके अलावा 11 लोग घायल हो गए। जिस वक्‍त हमला हुआ, उस वक्‍त इमारत में ईडीआई के कर्मचारी और कुछ छात्र थे। हालांकि, उन्‍हें सुरक्ष‍ित बाहर निकाल लिया गया था।

मुठभेड़ में सेना के कैप्टन पवन कुमार, कैप्टन तुषार महाजन और जवान ओम प्रकाश शहीद हो गये। ये सभी एलिट पैरा कमांडो टुकड़ी से जुड़े थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के जींद इलाके के युवा अधिकारी कैप्टन पवन कुमार आतंकियों की गोलीबारी में तब गंभीर रूप से जख्मी हो गए जब रविवार को तड़के सुरक्षा बलों ने भवन में घुसने की कोशिश की। घायल अधिकारी की बाद में मौत हो गयी।मुठभेड़ में कैप्टन तुषार महाजन घायल हो गए और बाद में अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।