भारत-नेपाल सीमा से जासूसी के शक में पुलिस ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के दौरान पता चला है कि वे गौतम बुद्ध नगर की जेपी ग्रीन सोसाइटी और घरबरा गांव के गेस्ट हाउस में 15 दिन तक अवैध रूप से रहे थे। इस मामले में एक मीडिया रिपोर्ट पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “क्या हॉट स्प्रिंग-डेमचोक में भारतीय जमीन पर बैठी है चीनी सेना?”
ओवैसी ने ट्वीट किया, “उन्होंने कहा कि भारत से चीन और चीन से भारत आना बहुत आसान था – ‘बस 20,000 रु देकर आप सीमा के इस पार या उस पार आ-जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब भ्रष्टाचार की बात आती है तो भारत और चीन दोनों एक जैसे हैं। क्या पीएलए हॉट स्प्रिंग-डेमचोक में भारतीय जमीन पर बैठी है?”
पुलिस के मुताबिक, गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर जासूसी के शक में गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिकों को अवैध रूप से शरण देने के आरोप में चीनी नागरिक सु-फाई और उसकी महिला मित्र को भी गिरफ्तार किया है। इनके अलावा नगालैंड के एक निवासी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जांच में सामने आया है कि शरण देने वाला चीनी नागरिक भी वीजा अवधि खत्म होने के बाद अवैध रूप से भारत में रह रहा था। इसी सिलसिले में पुलिस ने घरबरा के चाइनीज क्लब में भी छापेमारी की और अब गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिक के कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। वहीं, इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है।
सु-फाई से पूछताछ करने वाले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “रात में भी, घंटों पूछताछ के बाद वह थका हुआ नहीं लग रहा था। उसने कुर्सी पर बैठे-बैठे झट से झपकी ले ली। ऐसा लगता है कि वह इसके लिए ट्रेंड है।”
वहीं, इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं कि करीब दो साल से अवैध रूप से रह रहे चीनी नागरिक के बारे में खुफिया एजेंसियों को भनक तक नहीं लग पाई। ये चीनी नागरिक ग्रेटर नोएडा में एक चीनी क्लब चला रहा था, जो देश की राजधानी से मुश्किल से 40 किमी दूर है। तियांगशांग रेंजियन नाम के इस क्लब में सारे सामान मेड इन चाइना थे।