ओडिशा के पूर्व विधायक जितेंद्र नाथ पटनायक के विभिन्न कार्यालयों और आवासीय परिसरों पर रेड के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी करोड़ों रुपये की नकदी और फिक्स्ड डिपोजिट को जब्त कर लिया है।

ईडी ने गुरुवार (12 मई, 2022) को बताया कि राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जितेंद्र नाथ पटनायक का नाम सामने आने के बाद, उनसे संबंधी प्रोपर्टी पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में मिली 133 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी और फिक्स्ड डिपोजिट को ईडी ने जब्त कर लिया है।

ईडी ने राज्य के क्योंझर जिले के जोडा में पटनायक और उनकी संबंधित संस्थाओं के विभिन्न कार्यालयों एवं आवासीय परिसरों पर छापेमारी के बाद यह कार्रवाई की। पटनायक, जिन्हें जीतू पटनायक के नाम से भी जाना जाता है, चंपुआ विधानसभा क्षेत्र से पूर्व निर्दलीय विधायक हैं।

एजेंसी का आरोप है कि जीतू ने “आवश्यक वैधानिक अनुमोदन के बिना अवैध खनन के माध्यम से अनुचित आर्थिक लाभ प्राप्त किया।” ईडी ने एक बयान में कहा, “छापेमारी अभियान के दौरान 70 लाख रुपये की नकदी और 124 एफडी की 133.17 करोड़ रुपये की जमा राशि को जब्त किया गया है। इसके साथ-साथ विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों और डिजिटल सुबूतों को भी जब्त किया गया है।”

मनी लॉन्ड्रिंग का मामला ओडिशा सतर्कता प्रकोष्ठ द्वारा पटनायक और अन्य के खिलाफ दायर प्राथमिकी और आरोप पत्र के बाद सामने आया है। राज्य सतर्कता द्वारा दायर आरोप पत्र के अनुसार, आरोपी लंबे समय तक अवैध खनन में लिप्त रहा, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ, जो कि 130 करोड़ से अधिक की राशि है।” इसमें कहा गया है, “ईडी अपराध की लगभग पूरी राशि की वसूली करने में सक्षम है।”

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आईएएस पूजा सिंघल गिरफ्तार
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को झारखंड़ की आईएएस ऑफिसर और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की करीबी पूजा सिंघल की गिरफ्तारी हुई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने उनको पांच दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया है। उनके पति अभिषेक को भी गिरफ्तार किया गया। बता दें कि कुछ दिन पहले ईडी ने पूजा सिंघल के करीबियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी जिसमें 19 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए थे।