बिहार में नई सरकार बनने के साथ ही राजद के नेतृत्व में विपक्ष अपनी सशक्त भूमिका में लौट आया है। शिक्षा मंत्री मेवालाल को गुरुवार को भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में इस्तीफा देना पड़ा था। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो इसे अपनी सरकार के जीरो टॉलरेंस का सबूत कहा था, वहीं तेजस्वी यादव से लेकर तेजप्रताप यादव ने इसे विपक्ष के लिए बड़ी सफलता माना।

पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने एक ट्वीट में एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा- “जियो मेरे खिलाड़ी, पहली बॉल में ही मज़बूत विकेट को ‘Back to pavilion’ (बैक टू पवेलियन) कर दिया।” तेजप्रताप से ठीक पहले पार्टी प्रमुख तेजस्वी यादव ने कहा- “जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द।”

इसके अगले ट्वीट में तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार पर हमलों की धार तेज करते हुए कहा, “मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है। जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया। थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया। घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया। असली गुनाहगार आप हैं। आपने मंत्री क्यों बनाया? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?”

सुशील मोदी का पलटवार, IRCTC घोटाले में चार्जशीट हैं तेजस्वी, इस्तीफा दें: तेजस्वी के इन ट्वीट्स पर भाजपा नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव को भी इस्तीफा देना चाहिए। वे आईआरसीटीसी घोटाले में चार्जशीटेड हैं। इसका ट्रायल किसी भी दिन शुरू हो सकता है। वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने कहा था कि मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा देकर नीतीश कुमार के सुशासन, भ्रष्टाचार व अपराध से कोई समझौता नहीं करने के संस्कार का मानक स्थापित किया है। तेजस्वी भी इसका अनुशरण करें, इस्तीफा दें। कैदी नंबर 3351 (लालू प्रसाद), 420 के आरोपी अपने पुत्र को विधायक दल के नेता पद से तुरंत हटाएं।