Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों ने पाकिस्तानी आतंकियों के घुसपैठ की एक और कोशिश को नाकाम कर दिया। कुपवाड़ा में एलओसी के पास सुरक्षाबलों ने मुस्तैदी दिखाते हुए न सिर्फ पाक आतंकवादियों के इरादों को विफल किया बल्कि उनके एक साथी को 72 हूरों के पास भी भेज दिया। सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक था। कुपवाड़ा सेक्टर के तंगधार इलाके में ये आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था।
भारतीय सुरक्षाबलों को जैसे ही इस बात की भनक लगी उन्होंने तुरंत सर्च ऑपरेशन अभियान चलाया और घुसपैठ की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी आतंकी को एलओसी पर ही ढेर कर दिया। अभी भी सेना का ऑपरेशन जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना के अधिकारी ने बताया कि इस इलाके में हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी के संभावित प्रयासों की खुफिया जानकारी मिली थी जिसके तहत सेना की एक टीम ने घुसपैठियों के लिए अभियान चलाया और आधीरात को सादपोरा इलाके में संदिग्ध गतिविधि होने पर एक्शन लिया।
आतंकी के पास भारी मात्रा में पाकिस्तानी करेंसी बरामद
जैसे ही सुरक्षाबल उस स्थान पर पहुंचे जहां पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, घुसपैठ कर रहे आतंकियों ने सेना के जवानों पर गोली चला दी। बस इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्यवाही करते हुए एक आतंकी को वहीं ढेर कर दिया बाकी आतंकियों को पकड़ने के लिए सेना ने सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। सेना के अधिकारियों ने मारे गए आतंकवादी के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने के संदेह जाहिर किया है। मारे गए आतंकी के पास से एक एके सीरीज की राइफल और एक पिस्टल और भारी मात्रा में पाकिस्तानी करेंसी बरामद की गई।
कश्मीर में लगातार हो रही टारगेट किलिंग,17 कश्मीरी पंडितों ने छोड़ा घर
कश्मीर में पिछले कुछ महीनों से लगातार टारगेट किलिंग हो रही है। मई के बाद से कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमलों को लेकर कश्मीरी पंडित घाटी से पलायन करने को मजबूर हैं। कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) ने बताया कि मई के बाद से कश्मीरी पंडितों के 17 परिवारों ने घाटी से पलायन कर दिया है। आपको बता दें कि बीते एक सालों के दौरान कश्मीर में नागरिकों, अल्पसंख्यकों और प्रवासियों पर टारगेट हमलों में कम से कम 17 लोग मारे गए हैं। इनमें से तीन कश्मीरी पंडित भी शामिल थे।