उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती समाजवादी सरकार में लचर कानून एवं न्याय व्यवस्था के नाम पर चुनाव जीतकर वनवास खत्म करने वाली बीजेपी सरकार के एक और विधायक सुर्खियों में आ गए हैं। बीजेपी विधायक पर एक अधिकारी को बंधक बनाकर पीटने का आरोप लगा है। अधिकारी ने आरोप लगाया है कि उन्हें सर्किट हाउस में विधायक और उनके गुर्गों ने बंधक बनाकर पीटा। इस मामले पर भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति ने सफाई दी है और अधिकारी पर ही आरोप लगाए हैं।

बांदा में खनन अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, “विधायक उनपर हर महीने पट्टेदारों से 25 लाख रुपए वसूलने का दबाव बना रहे थे। उनकी इस बात को मानने से मना करने पर विधायक और उनके साथियों ने सर्किट हाउस में बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा है।” वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विधायक प्रजापति ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए अधिकारी को ही भ्रष्ट बता दिया।

खनन अधिकारी के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए विधायक प्रजापति ने कहा, “एक ई-रिक्शाचालक ने शिकायत की थी। उसका कहना था कि, खनन अधिकारी ने उसको और उसके एक साथी को अवैध खनन के आरोप में जेल भेज दिया गया। रिक्शाचालक की शिकायत के आधार पर ही खनन अधिकारी को बुलाया था। वह खनन माफियाओं के साथ मिलकर गिरोह चलाते हैं। वह भ्रष्ट अधिकारी हैं।”