ओडिशा के बालासोर में हुई दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना से पूरा देश स्तब्ध है। अब तक 275 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी गई है, 1000 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। अब एक तरफ इस पूरे मामले को लेकर सियासत चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया की दुनिया पर कुछ गलत दावों के साथ लोगों को भड़काने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इस समय हादसे वाली जगह की एक तस्वीर वायरल कर लोगों के सामने गलत तथ्य रखा जा रहा है।

फर्जी खबर, फर्जी दावा, भड़काने की कोशिश

असल में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है, उसमें दिखाया गया है कि हादसे वाली जगह पर एक मस्जिद मौजूद है। उस तस्वीर के साथ हिंदी में लिखा गया है कि ट्रेन हादसा शुक्रवार को हुआ है और हादसे की जगह एक बड़ी मस्जिद है बाकी आप समझदार हैं। अब इस ट्वीट के जरिए सीधे-सीधे लोगों को भड़काने का काम किया जा रहा है। हादसे वाले दिन जुम्मा था, ये कहकर पूरे मामले को धार्मिक रंग देने का प्रयास हुआ है।

लेकिन सच्चाई इसके एकदम उलट है। ये समझना जरूरी है कि हादसे वाली जगह पर कोई मस्जिद मौजूद नहीं है। बल्कि पाया ये गया है कि वहां पर एक Iskcon Temple है। जो तस्वीर वायरल की गई है, उसमें एक ऐरो के जरिए दिखाया गया है कि वहां एक मस्जिद है, अब तस्वीर में लोकेशन तो सही बताई गई है, लेकिन खेल ये है कि जिसे मस्दिद बताया जा रहा है, असल में वो मंदिर है, यानी कि तस्वीर के साथ सीधे-सीधे छेड़छाड़ की गई है।

पीएम का दखल, अधिकारियों को निर्देश

रेल हादसे की बात करें तो अब रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हो चुका है, सभी घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है। कई की हालत गंभीर बनी हुई है, ऐसे में मौत का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की है। उनकी तरफ से अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि हर जरूरी मदद समय रहते पहुंचाई जाए।