खराब माली हालत से जूझ रहे पद्म पुरस्कार विजेताओं को ओडिशा सरकार ने हर महीने 10,000 रुपए की वित्तीय सहायता देने का फैसला लिया है। अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने संस्कृति विभाग की ओर से इस संदर्भ में रखे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि पटनायक ने ही संस्कृति विभाग से कहा था कि वह पद्म पुरस्कार विजेताओं की माली हालत की समीक्षा करें और इसकी जानकारी दे।

खस्ता हाल को लेकर खबरों में थे पद्म श्री से सम्मानित विजेताः पद्म श्री से सम्मानित हलधर नाग, दैतारी नाइक, कमला पुजारी और जितेन्द्र हरीपाल अपने खस्ता माली हालत को लेकर खबरों में थे। बता दें साल 2018 में पद्म श्री पाने वाने आदिवासी किसान 75 वर्षीय नाइक ने हाल ही में कहा था कि वह अपना सम्मान वापस लौटा देंगे क्योंकि सम्मानित होने के बाद गांव के लोग उन्हें काम नहीं दे रहे हैं।

National Hindi News, 09 July 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

‘लोग मुझे काम नहीं दे रहे’:  नाइक ने कहा था कि लोग मुझे काम नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है यह मेरे लिए उचित नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक राज्य के 84 लोगों को पद्म श्री सम्मान मिला है जिनमें से 45 का निधन हो चुका है। बाकी 35 में से कुछ की माली हालत ठीक नहीं है। बता दें दैतारी नाइक को गोनासिका पहाड़ों में 3 किलोमीटर लंबी नहर खोदने के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। बता दें इस नहर से अब 100 एकड़ जमीन की सिंचाई की जाती है। हाल में उन्होंने कहा था कि उन्हें रोजी- रोटी जुटाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।  वे जिंदा रहने के लिए चीटिंयों के अंडे खाने को मजबूर हैं।उनका कहना था कि सम्मान मिलने के बाद कोई उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा है।