लोकसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन वैसे तो पिछली बार की तुलना में बेहतर रहा, लेकिन ओडिशा में उतना ही निराशाजनक देखने को मिला। पार्टी एक भी सीट अपने नाम नहीं कर पाई। अब इसी वजह से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बड़ा और कठोर फैसला लिया है। उनकी तरफ से ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया गया है।

कांग्रेस ने क्या फैसला लिया?

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने खुद इस फैसले की जानकारी दी है। बड़ी बात यह है कि भांग की गई कमेटी में प्रदेश अध्यक्ष, पीसीसी, उसके पदाधिकारी और कार्यकारी समिति, जिला ब्लाक, मंडल कांग्रेस समितियां तक शामिल हैं। अभी के लिए कार्यवाहक अध्यक्ष को जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं और जल्दी एक नया डीसीसी अध्यक्ष भी नियुक्त किया जाएगा।

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ओडिश में बीजेपी का प्रदर्शन

जानकारी के लिए बता दें कि इस बार ओडिशा में बीजेपी शानदार प्रदर्शन करते हुए 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर जीत दर्ज की थी। इसके अलावा विधानसभा चुनाव में भी पहली बार राज्य में कमल खिला है, बीजेपी की सरकार बनी और उसका मुख्यमंत्री है। इसी वजह से कांग्रेस काफी चिंतित है क्योंकि पूर्वोत्तर के एक और राज्य में पार्टी का विस्तार हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और ज्यादा कमजोर हो गई है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस

वैसे ओडिशा से अगर कांग्रेस को झटका लगा तो कुछ दूसरे राज्य में उसके लिए राहत की खबर भी आई। इस बार के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके ऊपर गुजरात में भी वह एक सीट जीतने में कामयाब रही। ऐसे में देश की सबसे पुरानी पार्टी को बूस्ट तो मिला है, लेकिन अभी भी वो विपक्ष में ही बैठने को मजबूर दिख रही है।