नूपुर शर्मा विवाद को लेकर सलमान नाम को लेकर लोगों के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई है। सलमान चिश्ती, यह नाम पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। नाम एक है, लेकिन दो व्यक्ति इस नाम से हैं और दोनों नाम दरगाह अजमेर शरीफ से जुड़े हैं।

सलमान चिश्ती नाम का यह नाम पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर सुना जा रहा है, लेकिन दोनों की वजह और किरदार अलग-अलग हैं। इसमें पहला शख्स आरोपी है। यह वो आरोपी है जिसने बीजेपी की निलंबित प्रक्ता नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वाले को इनाम देने की घोषणा की थी। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया था।

इसी नाम का दूसरा व्यक्ति हैं हाजी सैयद सलमान चिश्ती, जो अजमेर दरगाह के गद्दीनसीं। हाजी सैयद सलमान चिश्ती अजमेर दरगाह के 26वीं पीढ़ी में गद्दीनशीं संरक्षक हैं। इन दिनों हाजी सैयद सलमान चिश्ती का पैगंबर मोहम्मद और नूपुर शर्मा विवाद की वजह से बुरे दौर से गुजर रहे हैं।

हाजी सैयद सलमान चिश्ती का नाम और फोटो गलत तरीके से सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया में यूज हो रहा है। इसकी खास वजह यही है कि दोनों का नाम समान है। दोनों अजमेर दरगाह से जुड़े हैं। इसके साथ ही दोनों ने अजमेर के एक ही स्कूल से पढ़ाई भी की है।

वहीं नूपुर शर्मा पर दिए गए विवादित बयान के राजस्थान पुलिस सलमान चिश्ती को गिरफ्तार कर लेती है। सलमान चिश्ती के खिलाफ कई मामले भी दर्ज है। दूसरी हाजी सलमान चिश्ती सूफी स्कॉलर हैं। यूएन में भी वह कई सम्मेलनों में शामिल हो चुके हैं। दुनियाभर में उनकी एक अलग छवि है।

हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने कहा, “हम उन नारों की पूरी तरह से निंदा करते हैं, जो इस्लाम विरोधी और मानवता विरोधी हैं। वे असली अपराधी हैं, जो हिंसा, मौत और विनाश के नारे ला रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि दुनिया को पता होना चाहिए कि इसका अजमेर दरगाह शरीफ या गरीब नवाज के समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है।

चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष ने कहा कि जिन्होंने ये नारे लगाए हैं हम उनकी निंदा करते हैं और उनका पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं। दुनिया को पता होना चाहिए कि इसका अजमेर दरगाह शरीफ़ या ग़रीब नवाज़ के समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है।

अजमेर दरगाह के प्रमुख हाजी सैयद सलामन चिश्ती ने दुख जताते हुए कहा कि उनको नहीं पता था कि सोशल मीडिया पर उनके नाम से इस तरह का कोई वीडियो वायरल हो रहा है। यही वजह है कि मैं किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं था। मैं इस बात को नहीं समझ पाया कि उनकी फोटो का यूज हेड मैसजेज के लिए हो रहा है।