नदिया जिले में कॉन्वेंट स्कूल में 71 वर्षीय नन से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले आज आठ लोगों को हिरासत में लिया गया। नदिया के पुलिस अधीक्षक अरनब घोष ने बताया कि आठों लोगों से पूछताछ की जा रही है और जिले भर में सघन तलाशी अभियान चलाया गया।

अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि जीसस एण्ड मैरी कन्वेंट स्कूल की सिस्टर सुपीरियर को रानाघाट अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी हालत स्थिर बतायी जा रही है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने उम्मीद जतायी कि जल्द ही दोषियों को पकड़ा जाएगा।

कोलकाता में एक कार्यक्रम के इतर राज्यपाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी को भी इस तरह के धार्मिक संस्थान का अपमान नहीं करना चाहिए। मैं आश्वस्त हूं कि यह सरकार गुनहगारों को पकड़ने के लिए पूरा प्रयास करेगी।’’

सभी ईसाइयों के एकीकृत राज्य फोरम बांगिया क्रिस्टिया परिसेवा के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष हेरोद मुलिक ने आज गंगनापुर में बताया कि दोषियों का इरादा केवल लूटपाट करना ही नहीं था, यह अल्पसंख्यक समुदाय पर हमला था।

घटना की कड़ी निंदा करते हुए मुलिक ने कहा कि ईसाइयों के खिलाफ राज्य के विभिन्न हिस्सों में हमले बढ़े हैं। मुलिक ने दावा किया कि जान की धमकी मिलने के बाद नन ने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी।

एसपी ने कल कहा था कि स्कूल से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किया गया है जिससे पता चला है कि चार लोग घटना में कथित तौर पर संलिप्त थे। एसपी ने पुख्ता जानकारी देने पर एक लाख रुपये के इनाम दिए जाने की भी घोषणा की है, जिससे कि आरोपी की गिरफ्तारी हो सके।

रानाघाट सब डिवीजन के स्थानीय कॉन्वेंट स्कूल प्रशासन के मुताबिक यह गिरोह रात में साढ़े 12 बजे के बाद कॉन्वेंट में घुसा और उनमें से तीन-चार ने नन के साथ दुष्कर्म किया। यह गिरोह 12 लाख रुपया लेकर चंपत हो गया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल घटना की सीआईडी जांच कराने और गुनहगारों के खिलाफ ‘त्वरित’ और ‘कड़ी कार्रवाई’ करने का वादा किया था।