राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने शुक्रवार को उत्तराखंड स्थित घीड़ी गांव अपने पैृतक गांव का दौरा किया। उनका गांव जनपद पौड़ी की बनेलस्यूं पट्टी पर स्थित है। इस दौरान एनएसए ने अपनी कुलदेवी बाल कुंवारी देवी की पूजा अर्चना कर मंदिर समीति को डेढ़ लाख रुपए भेंट स्वरूप दिए।
डोभाल गांव पहुंचने के बाद जब वह सड़क से मंदिर के लिए पैदल चले तो गांववासियों ने ढोल डमऊ बजाकर उनका स्वागत किया। एनएसए को अपने बीच देख गांववासियों में खुशी साफ दिख रही थी। निजी कार्यक्रम होने की वजह से उनके दौरे को गोपनीय रखा गया था।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि अजीत डोभाल ने अपने गांव का दौरा किया हो। इससे पहले भी वह कई मौकों पर अपने गांव आते रहे हैं। उन्होंने साल 2014 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पद संभालने के बाद भी गांव पहुंच अपनी कुलदेवी की पूजा की थी।
इस बार यह दौरा इसलिए ज्यादा खास है क्योंकि वह मोदी सरकार के दोबारा जीतने के बाद एकबार फिर एनएसए के पद पर नियुक्त किए गए हैं। करीब पांच साल बाद वह एकबार फिर से अपने गांव पहुंचे।
मालूम हो कि डोभाल को एक तेज-तर्रार के तौर पर जाने जाते हैं। पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा 1968 के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी डोभाल की भूमिका बेहद अहम रही है। इसी वजह से उन्हें मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में एकबार फिर यह अहम जिम्मेदारी दी गई है।