मध्य प्रदेश की 15वीं विधानसभा के पहले सत्र में मंगलवार को कांग्रेस के एनपी प्रजापति को विधानसभा का नया अध्यक्ष चुना गया। बता दें एनपी प्रजापति को जहां 120 वोट मिले तो वहीं विपक्ष के वॉकआउट के कारण विपक्ष में कोई वोट नहीं पड़ा। बता दें कि इससे पहले चुनाव की प्रक्रिया के दौरान भी जमकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर प्रोटेम स्पीकर ने नियम पांच का हवाला देकर बिना वोटिंग के एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष घोषित किया गया।

भाजपा ने किया हंगामा: सदन की कार्यवाही शुरू होने पर प्रोटेम स्पीकर ने नियम पांच का हवाला देकर बिना वोटिंग के एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष घोषित किया गया। जिसके बाद भाजपा ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।

लोकतंत्र का काला दिन: प्रोटेम स्पीकर के फैसले के बाद पूर्व प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन है। सदन से वॉकआउट करने के बाद शिवराज ने आरोप लगाया कि हमारे प्रत्याशी विजय शाग के नाम को प्रस्तावित करने का अवसर नहीं दिया गया। इस बात का विरोध करते हुए भाजपा ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च निकाला।

विपक्ष के नेता बने गोपाल भार्गव: बता दें कि कांग्रेस के एनपी प्रजापति को विधानसभा का नया अध्यक्ष चुना गया है जबकि नेता प्रतिपक्ष के रूप में भाजपा विधायक गोपाल भार्गव रहेंगे।