Mahagathbandhan in UP: बिहार के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मचने की संभावना है क्योंकि यहां भी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की तर्ज पर महागठबंधन का फॉर्म्यूला अपनाया जा सकता है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी का इस मामले में बयान आया है। प्रमोद तिवारी का कहना है कि वो विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश करेंगे। प्रमोद तिवारी ने कहा यूपी में मोदी जी के साथ महज 32 फीसदी वोट है जबकि बाकी 68 फीसदी वोट उनके खिलाफ है। अगर इनमें से 50 फीसदी वोट भी इकट्ठा होकर साथ आ जाए तो विपक्ष सरकार में होगा।

कांग्रेस नेता ने भारतीय जनता पार्टी की तिरंगा यात्रा पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों साथ देने के बाद पाप धुलने के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।’ जब उनसे ये पूछा गया कि कांग्रेस तिरंगा यात्रा में उस तरीके से पार्टीसिपेट करती नजर नहीं आई जैसे बीजेपी आरोप लगा रही है जबकि बीजेपी अपना अभियान चला रही है और समाजवादी पार्टी ने भी कल से अभियान की शुरुआत कर दी है। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कार्यक्रम जब जारी हो गया उसके बाद बीजेपी ने किया है, ये तो हमारा कार्यक्रम था। हम कार्यक्रम करने जा रहे हैं इसके बारे में ज्यादा जानकारी एआईसीसी से मिल जाएगा।’

बीजेपी अपना पाप धो रही हैः प्रमोद तिवारी

उन्होंने आगे बताया, ‘तिरंगा यात्रा को लेकर यहां बात दूसरी है, आप याद कीजिए जब तिरंगे को लेकर जवाहर लाल नेहरू ने राबी के किनारे पूर्ण स्वराज का नारा दिया था। गांधी जी की प्रेरणा से जब 1942 में ग्वालियर टैंक्स में अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था। तब इसी भारतीय जनता पार्टी के मातृ संगठन के लोग लिखित रूप से अंग्रेजों की सेना में भर्ती हो रहे थे उसी तिरंगे के खिलाफ वो आज अपना पाप धो रही थी। इसके बावजूद तिरंगा कोई भी लेकर निकले स्वागत है उसका। कांग्रेस इस कार्यक्र में आगे है।’

बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद विपक्ष में खुशी की लहर

वहीं जब उनसे बिहार की राजनीतिक उलटफेर हुआ तब से विपक्षी खेमे में एक खुशी की लहर उठी है तो क्या कांग्रेस जो कि मुख्य विपक्षी दल है वो यूपी में बीजेपी के खिलाफ सपा- बसपा को एकजुट करने की कोई कोशिश की है? तो इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘देखिए गणित समझ लीजिए यूपी में मोदी जी और उनके अलायंस को कुल 32 फीसदी वोट मिले हैं जबकि 68 फीसदी वोट उनके खिलाफ है तो ऐसे में अगर हम 68 फीसदी में से 50 फीसदी वोट भी इकट्ठा कर ले और मान लीजिए कि 18 फीसदी वोट बहक भी जाएं तो मोदी का जाना भी तय होगा और विपक्ष का दो तिहाई बहुमत से आना भी तय होगा।’