जिले में एक लाख का इनामी बदमाश साबिर जंधेड़ी को मंगलवार की देर रात पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मुठभेड़ में कैराना कोतवाल भगवत सिंह व एक सिपाही अंकित तोमर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। सिपाही की हालत बेहद नाजुक बनी हुई। आतंक का पर्याय रहे कुख्यात मुकीम काला के साथी बदमाश और पुलिस में मुठभेड़ हो गई। मामला जनपद शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव जंधेड़ी का है, जहां पर पुलिस को सूचना मिली थी कि एक लाख का इनामी बदमाश साबिर अपने घर पर छिपा हुआ है। पुलिस ने अपना जाल बिछाकर बदमाश को पकड़ने पहुंची तो बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदमाश साबिर को कई गोलियां लगी। गोली लगने से बदमाश साबिर की मौके पर ही मौत हो गई। मुठभेड़ में कैराना कोतवाली प्रभारी भगवत सिंह और सिपाही अंकुर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों को शामली के निजी चिकित्सालय में लाया गया जहां उनकी गंभीर हालत के चलते हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
मुठभेड़ में घायल सिपाही के सिर में गोली लगी है जिसके चलते उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। कैराना कोतवाली प्रभारी को पांच गोली लगी है। मुठभेड़ के दौरान ही साबिर फायर करता हुआ अपने घर से जंगल की ओर भाग गया लेकिन पुलिस ने उसे घेर लिया और ताबडतोड गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया। साबिर को पुलिस की लगभग डेढ दर्जन गोलियां लगी हैं। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। जिले के पुलिस कप्तान अजयपाल शर्मा खुद घायल पुलिसकर्मियों के साथ हायर सेंटर ले गए है। साबिर जंधेड़ी का रहना वाला था और मुकीम काला गैंग का शार्प शूटर था जो कि सिद्धार्थनगर में पेशी से लौटते समय बाराबंकी पुलिस को चकमा देकर पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था जिसके बाद से ही पुलिस साबिर की तलाश में लगी हुई थी। साबिर लूट हत्या जैसी कई संगीन घटनाओ में वांछित चल रहा था जिसको बाराबंकी पुलिस ने जैदपुर टोल प्लाजा से हिरासत में लिया था।
पुलिस के मुताबिक मुकीम काला व साबिर ने मिलकर शामली जनपद के कैराना व आसपास के क्षेत्रों में खूब आतंक मचाया था। कैराना में दो व्यापारियों की रंगदारी न देने पर हत्या भी कर दी गई थी जिससे व्यापारियों ने पलायन शुरू कर दिया था और यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर छा गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार साबिर के खिलाफ विभिन्न थानों में लूट,डकैती, रंगदारी व हत्या जैसे दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने जिस समय मुकीम काला को गिरफ्तार किया था तब साबिर भी उसके साथ मौजूद था।