उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। समाजवादी पार्टी के शाहजहांपुर से उम्मीदवार राजेश कश्यप का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। वहीं दो दिन पहले समाजवादी पार्टी की नेता ज्योत्सना गौंड ने भी नामांकन किया था और अब वही सपा से प्रत्याशी हो सकती है।
सपा में आपस में फूट
सपा के आधिकारिक उम्मीदवार रहे राजेश कश्यप ने अपनी ही पार्टी के सपा नेता राजपाल कश्यप पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने राजपाल कश्यप पर पर्चा खारिज कराने का आरोप लगाया है और अपनी भांजी ज्योत्सना गौंड को सपा उम्मीदवार बनाने का आरोप लगाया है।
शाहजहांपुर से सपा प्रत्याशी का नामांकन खारिज होने के बाद पार्टी के अंदर आपसी कलह शुरू हो गई है। जिस नेता (राजपाल कश्यप) पर सपा उम्मीदवार ने पर्चा खारिज कराने का आरोप लगाया है वह सपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वहीं इस बीच खबर यह भी आ रही है कि पर्चा खारिज होने के बाद राजेश कश्यप बीजेपी में शामिल हो सकते हैं और बीजेपी के उम्मीदवार को समर्थन दे सकते हैं।
राजेश कश्यप ने कहा कि राजपाल कश्यप ने उनके साथ खेल किया और अपनी भांजी को उम्मीदवार बनाने के लिए नामांकन पत्र खारिज कराया है। शाहजहांपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। अभी वहां पर नामांकन पत्रों की जांच चल रही है। शाहजहांपुर लोकसभा सीट से अब तक 21 उम्मीदवारों ने नामांकन कराए थे, जिसमें से सपा प्रत्याशी का नामांकन पत्र खारिज हो चुका है। अन्य नामांकन पत्रों की जांच चल रही है।
बीजेपी को लगा बड़ा झटका
आज ही बंगाल में बीजेपी को बड़ा झटका लगा। बीरभूम लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार देबाशीष धर का नामांकन रद्द हो चुका है। बीजेपी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी देबाशीष धर को उम्मीदवार बनाया था। वहीं अब उनकी जगह पार्टी ने देबतनु भट्टाचार्य को नया उम्मीदवार बनाया और उन्होंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी पर आरोप लगा दिया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने तकनीकी आधार पर नामांकन रद्द किया है। इस बीच देबाशीष धर ने जिला निर्वाचन अधिकारी के फैसले को चुनौती देने का फैसला किया है।