Noida Twin Tower: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद नोएडा सेक्टर-93 A स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को रविवार (28 अगस्त) की दोपहर 2:30 बजे जमींदोज कर दिया गया। इसमें 32 मंजिला एपेक्स और 29 मंजिला सियान टावर को 3,700 किलोग्राम विस्फोटक लगाकर ध्वस्त किया गया। ट्विन टावर भारत में विस्फोटक के जरिए ध्वस्त होने वाली सबसे ऊंची इमारत है। टावर गिराने के बाद नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु महेश्वरी ने कहा कि जैसा प्लान किया गया था, वैसा ही हुआ है।
वहीं, ट्विन टावर को गिराया जाना मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक हर जगह चर्चा में छाया हुआ है। कुतुब मीनार से भी ऊंची इस इमारत को गिराया जाना लोगों को हैरान कर रहा है लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हो रहा। ट्विन टावर से पहले भी दुनिया में इससे बड़े और ऊंचे टावर गिराए जा चुके हैं।
मीना प्लाजा- यूएई के अबू धाबी में नबंवर 2020 को मीना प्लाजा को ध्वस्त कर दिया गया। इसकी ऊंचाई 168.5 मीटर थी। 144 मंजिलों और चार टावरों वाली इस बिल्डिंग को कन्सट्रक्शन पूरा न होने की वजह से गिराया गया था। इसे ध्वस्त होने में महज 10 सेकेंड लगे थे। 6,000 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग करके इसे ध्वस्त कर दिया गया था।
ट्रंप प्लाजा- अमेरिका में न्यू जर्सी के अटलांटिक सिटी में इस बिल्डिंग को भी गिरा दिया गया था। 34-मंजिल की इमारत शहर की सबसे ऊंची इमारतों में से एक थी और 1984 से एक होटल के रूप में संचालित की जा रही थी। इमारत को गिराने में कुल 3,000 डायनामाइट की छड़ें और मुश्किल से 20 सेकंड का समय लगा था।
सिंगापुर की यूआईसी बिल्डिंग- सिंगापुर की यूआईसी बिल्डिंग (यूनाइटेड इंडस्ट्रियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड बिल्डिंग) को 2013 में ध्वस्त कर दिया गया था। 1973 में बनी यह बिल्डिंग पूरा होने के समय दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे ऊंची इमारतों में से एक थी।
शिकागो का मॉरिसन होटल- शिकागो के इलिनॉयस प्रांत में मॉरिसन होटल को 1965 में ध्वस्त कर दिया गया था। दरअसल, फर्स्ट नेशनल बैंक बिल्डिंग जो कि अब चेस टॉवर बना गया है। उसके लिए जगह बनाने के चलते मॉरिसन होटल को गिरा दिया गया था। 160 मीटर ऊंची यह इमारत दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में से एक गिनी जाती थी।
लैंडमार्क टावर- टेक्सास में 1957 में बना लैंडमार्क टावर फोर्ट वर्थ शहर की सबसे ऊंची इमारत थी। जिसकी ऊंचाई 380 फीट थी। एक चक्रवात की चपेट में आने के बाद इमारत को 2006 में केवल 163 किलोग्राम विस्फोटक की मदद से ध्वस्त कर दिया गया था।
न्यूयॉर्क का 270 पार्क एवेन्यू- मिडटाउन मैनहट्टन में स्थित 270 पार्क एवेन्यू न्यूयॉर्क की सबसे ऊंची इमारत थी। इस इमारत को रास्ता बनाने के लिए हटाना पड़ा था। 270 पार्क एवेन्यू इतनी ऊंची इमारत थी कि इसे विध्वंस करने में एक लंबा वक्त लगा और यह काम 2021 के मध्य में पूरा हुआ।
एएफई टॉवर- फ्रैंकफर्ट, जर्मनी में स्थित 31 मंजिला AfE Tower यूरोप में ध्वस्त की गयी अब तक की सबसे ऊंची इमारत थी। इसे 2014 में ध्वस्त किया गया था। 1970 के दशक की शुरुआत में निर्मित, गगनचुंबी इमारत जोहान वोल्फगैंग गोएथे यूनिवर्सिटी का हिस्सा थी। इसे महज 10 सेकेंड में 950 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल कर गिराया गया था।
