एमिटी लॉ स्कूल के एक छात्रकी खुदकुशी के विरोध में मंगलवार को सैकड़ों छात्रों ने सेक्टर-125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय के गेट नंबर-1 के बाहर प्रदर्शन किया। एमिटी प्रबंधन पर छात्र को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने लॉ स्कूल के आरोपी प्रोफेसर का इस्तीफा मांगा। छात्रों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन मनमाने तरीके से छात्रों को प्रताड़ित करता है, जिसके कारण छात्र तनाव में आ जाते हैं और आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं।
एमिटी लॉ स्कूल से पढ़ाई कर रहे छात्र सुशांत रोहिल्ला ने 10 अगस्त को दिल्ली के सरोजनी नगर स्थित अपने घर की ग्रिल से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। उसके साथ पढ़ने वाले छात्रों ने एमिटी प्रबंधन को सुशांत की आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया है। बताया गया है कि कम उपस्थिति बताकर प्रबंधन ने उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया था। इसके कारण सुशांत तनाव में था और उसने जान दे दी। सुशांत के परिजन भी मामले के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सुशांत के पिता जगदीश कुमार राज्यसभा में संयुक्त सचिव हैं।
उधर, एमिटी प्रबंधन ने सुशांत की आत्महत्या करने पर संवेदना जताई है। एमिटी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि एमिटी लॉ स्कूल की संबद्धता गुरु गोविंद सिंह आइपी विश्वविद्यालय से है। कम उपस्थिति के कारण छात्र को परीक्षा में नहीं बैठने देने का फैसला आइपी विश्वविद्यालय का है। इसमें एमिटी लॉ स्कूल का कोई दखल नहीं है।
