विवादित धर्मगुरु जाकिर नाइक की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गुरुवार को उनके खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई के कोर्ट में चार्जशीट दायर की है। नाइक पर यह कार्रवाई कालेधन को वैध बताने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए फंडिंग के मामले को लेकर की गई है। 65 पन्नों की इस चार्जशीट में उनके खिलाफ 80 बयान दर्ज हैं। सूत्रों के मुताबिक, युवाओं को जिहादी मानसिकता के लिहाज से तैयार करने, आतंकवाद की तरफ उकसाने और विवादित भाषण देने वाले नाइक के खिलाफ एनआईए ने पुख्ता सबूत जुटाए हैं। नाइक पर पहले से गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई धाराओं में भी मामले दर्ज हैं।
एनआईए फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है। जाकिर नाइक टीवी कार्यक्रमों के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार करते थे। बांग्लादेश के कुछ आतंकियों ने बीते साल दावा किया था कि वे नाइक के भड़काऊ भाषणों से प्रभावित हुए। इस खुलासे के बाद नाइक के खिलाफ जांच शुरू की गई। एनआईए ने इससे पहले 18 नवंबर को मुंबई कोर्ट में आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधियों के तहत एक मामला दर्ज किया था। गृह मंत्रालय ने उससे पहले मुंबई में उसके कथित तौर पर गैर सरकारी इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) को गैरकानूनी संगठन बताया था।
#BREAKING: NIA files chargesheet against Zakir Naik for his hate speech and inciting terror #ZakirHateMonger pic.twitter.com/kqkpjICiPH
— TIMES NOW (@TimesNow) October 26, 2017