निर्भय कुमार पांडेय

दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस के पार है। राजधानी में गरमी के कहर से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बुजुर्गों और बच्चों को खासी दिक्कतें हो रही हैं। वहीं, वे लोग भी कहीं अधिक परेशानी का सामना कर रहे हैं, जो दूसरे राज्यों से दिल्ली घूमने के लिए आए हैं। इस भीषण गरमी में तरावट के लिए लोग शीतलपेय पदार्थों का अधिक सेवन कर रहे हैं। यही कारण है कि शिकंजी, गन्ने का जूस, बेल का रस और लस्सी की मांग बढ़ गई है। साथ ही डॉक्टर भी लोगों को सलाह दे रहे हैं कि गरमी से बचने के लिए बाहर कम से कम निकलें। अगर निकलना जरूरी है तो सेहत का ध्यान रखें। अधिक से अधिक शीतल पेय पदार्थ और उन वस्तुओं का सेवन करें, जिससे शरीर में तरावट बनी रहे।

राजधानी के लोग गरमी से बचने के लिए पारंपरिक तरीके भी अपना रहे हैं। कुछ लोग लस्सी का प्रयोग भी कर रहे हैं, ताकि शरीर में तरावट बनी रहे। साथ ही उन खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज कर रहे हैं, जो गरमी के मौसम में लोगों को नुकसान पहुंचाए। डॉक्टरों की भी सलाह है कि ऐसे पदार्थों का सेवन करने से बचें, जो ताजे न हों।  भीषण गरमी के दौरान डायरिया होने की संभवना अधिक होती है। यही कारण है कि लोगों को पेय पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। साथ की सड़क पर खुले में मिलने वाला खाद्य पदार्थ के सेवन से जहां तक संभव हो परहेज करना चाहिए।

चने के सत्तू की मांग

राजधानी के कई चौक-चौहरों या फिर पर्यटन स्थलों के बाहर चने के सत्तू की भी मांग बढ़ गई है। कई लोग सत्तू का सेवन गले की प्यास बुझाने के लिए कर रहे हैं। चने का सत्तू पेट के लिए भी फायदेमंद रहता है। साथ ही एक बार सेवन कर लेने से कुछ समय के लिए भूख भी नहीं लगती। यही कारण है कि बढ़ते तापमान के साथ राजधानी के लोग तपिश मिटाने के लिए उन खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं, जो सहेत के लिए भी फायदेमंद है।

शीतल पेय पदार्थों के साथ बाजारों में तरबूज और खरबूज की मांग बढ़ गई है। खीरा और ककड़ी भी लोग तपिश मिटाने के लिए अधिक सेवन कर रहे हैं। यही कारण है कि जहां बाजार में पहले तरबूज 15-25 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा था। गरमी में मांग बढ़ने के साथ कीमतों में वृद्धि हो गई है। इस समय तरबूज जहां 30-35 रुपए प्रति किलो की दर से बाजार में उपलब्ध है। वहीं, खरबूज के दाम में भी पांच से दस रुपए का इजाफा हो गया है। हालांकि, खीरा 15-20 रुपए और ककड़ी 20-30 रुपए प्रति किलो की दर से बेची जा रही हैं।