कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलामनबी आजाद से मिलने जी 23 के तीन नेता पहुंचे। आनंद शर्मा के साथ हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और महाराष्ट्र के सीएम रहे पृथ्वी राज चव्हाण ने आजाद से उनके दिल्ली स्थित घर जाकर मुलाकात की। आजाद ने तीनों को अपनी उन मजबूरियों के बारे में बताया जिसकी वजह से उन्हें कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद हमलावर होना पड़ गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार चव्हाण ने आजादसे पूछा कि अब तो कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव भी होने जा रहा है तो ऐसे समय में पार्टी को अलविदा कहने की क्या जरूरत थी? आजाद ने उन्हें बताया कि पार्टी का एक धड़ा उनके खिलाफ साजिशें करने में लगा था। पहले वो चुपचाप होकर देखते रहे। लेकिन पानी जब सिर से ऊपर जाने लगा तो उनके लिए कांग्रेस छोड़ना जरूरी हो गया था। बताया जाता है कि तीनों नेता इस बात से भी खफा थे कि आजाद ने उन्हें भी नहीं बताया कि वो कांग्रेस से किनारा करने जा रहे हैं।
मीटिंग के बाद चव्हाण ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव का स्वागत करते हुए कहा कि ये एक अच्छा कदम है। वो इस बात से भी खुछ दिखे कि गांधी परिवार अध्यक्ष पद के चुनाव में भाग नहीं लेने जा रहा। उनका कहना था कि सभी को मौका मिलना चाहिए।
ध्यान रहे कि आजाद के इस्तीफे के बाद आनंद शर्मा ने चिंता जताते हुए कहा था कि जो कुछ हुआ वो ठीक नहीं है। उनका कहना था कि गांधी परिवार को सुधार के उपाय करने चाहिए थे। हम मान रहे थे कि उनकी आंखें खुल जाएंगी पर जो कुछ हो रहा है उस पर यकीन करना काफी मुश्किल है। कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव की घोषणा 17 अक्टूबर को की गई है।
हालांकि बहुत से कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कमान संभालने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनके तेवर देखकर लगता नहीं है कि राहुल दोबारा ये जिम्मेदारी संभालेंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि कमान किसी गैर गांधी के हाथ में जाए। राहुल फिलहाल अपनी भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने को लेकर प्रयासरत हैं।
