सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच होने वाली नोक-झोंक को ‘महाभारत’ कहा। शुक्रवार (20 जनवरी) को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल चाहे जितनी मर्जी महाभारत करे लेकिन उसकी वजह से जनता यानी दिल्ली के लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह बात सीनियर वकील सीयू सिंह से कही। वह दिल्ली सरकार के कानून मंत्री के लिए कोर्ट पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘उन लोगों को लड़ने दो, उनकी महाभारत होते रहने दो, हम लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन उसकी वजह से लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।’ दिल्ली की आम आदमी पार्टी और उप राज्यपाल नजीब जंग के बीच होने वाले विवादों को सभी जानते हैं। उन्होंने दिसंबर में रिजाइन दिया था। अब उनकी जगह अनिल बैजल ने ली है। दिल्ली सरकार केंद्र सरकार की शिकायत लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। मामला अस्थायी रूप से (राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम) के तहत रखे गए डॉक्टर्स का था।

गौरतलब है कि दिल्ली सरकार और पिछले उप राज्यपाल नजीब जंग काफी मुद्दों पर आमने-सामने आ जाते थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा नजीब जंग पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए। केजरीवाल ने तो कई बार यह भी कहा कि नजीब जंग राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए मोदी की बात मानते हैं। केजरीवाल ने कई बार उन्हें हिटलर और केंद्र के इशारों पर काम करने वाला बताया। हालांकि, नजीब ने कहा था कि वह निजी वजहों से इस्तीफा दे रहे हैं।

नजीब के बाद अनिल बैजल को दिल्ली का नया उपराज्यपाल बनाया गया। वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में होम सेक्रेटरी रह चुके हैं। अनिल बैजल थिंक थैंक विवेकानंद इंटरनैशनल फाउंडेशन के कार्यकारी परिषद का हिस्सा भी रह चुके हैं। इस फाउंडेशन के कई अफसरों को नरेंद्र मोदी सरकार में नियुक्ति मिली है।